आंगनबाडीयों से आडिट के नाम पर 12 लाख की अबैध वसूली की तैयारी में विभाग

गाजीपुर- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का शोषण बिभाग कैसे कैसे करता है यदि इस बात की जानकारी किसी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पति या पुत्र को हो जाए तो वह लाठी लेकर के सीडीपीओ और सुपरवाइजर को पीटेगा। कभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ती रही सुपरवाइजर व प्रभारी सीडीपीओ बनने के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के शोषण का तरीका आए दिन खोज ही लेती है । नया मामला गाजीपुर टुडे के सामने आया है जिसमें गाजीपुर जनपद में लगभग 42 सौ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यरत है इन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से प्रति कार्यकर्ती आडिट के नाम पर 3:00 – 300 रूपया देने के लिए सीडीपीओ और सुपरवाइजर भरपूर दबाव बना रही हैं जबकि विभागीय आडिट से आगनबाड़ी कार्यकर्ती का कुछ लेना- देना नहीं है । प्रति आंगनवाडी कार्यकर्ती के हिसाब से अबैध वसूली की गणना किया जाए तो लगभग 13 लाख रुपए गाजीपुर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से वसूलने की तैयारी है । इस संदर्भ में गाजीपुर जनपद के प्रभारी डीपीओ अमरनाथ मौर्या से जब गाजीपुर टुडे ने टेलीफोनिक वार्ता किया तो उन्होंने कहा “ऑडिट के नाम पर आंगनबाड़ियों से पैसा वसूलने का किसी को निर्देश नहीं दिया गया है यदि ऐसा कोई सुपरवाइजर या सीडीपीओ करती है तो वह गलत है। दूसरी तरफ आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन के जिला संरक्षक सूरज प्रताप सिंह से जब गाजीपुर टुडे ने वार्ता किया तो उन्होंने कहा कि गाजीपुर शहर परियोजना, जमानिया परियोजना,मरदह परियोजना से 300 रूपया प्रति आंगनबाडी कार्यकर्ती से मांगने की सूचना संगठन को प्राप्त हुई है। संगठन इस अनियमितता के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जनसुनवाई पोर्टल के साथ-साथ जिलाधिकारी गाजीपुर ,मुख्य विकास अधिकारी ,प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी से लिखित शिकायत करेगा।

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