आखिर क्यो डाँ० राजकुमार सिह गौतम के नाम से भयभीत है यादवी पत्रकार और मतदाता ?
गाजीपुर- बहुजन समाज पार्टी से डेढ वर्ष पुर्व निष्कासित डाँ० राजकुमार सिह गौतम ने जिस दिन से भाजपा का दामन थामा है उसी दिन से एक जाति विशेष के मतदाताओं सहित उस जाति विशेष के पत्रकार विज्ञापन न मिलने से काफी दुखी लग रहे है। जाति विशेष के मतदाताओं की सोच के अनुसार उनके दोनो हाँथ मे लड्डू था , बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी गाजीपुर सदर से जितता तो वह उनका स्वजातीय होता और यदि समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार गाजीपुर सदर विधान सभा चूनाव जितता तो वह तो उनकी अपनी पार्टी का ही होता। विधान सभा 2012 का चूनाव गाजीपुर सदर से बहुजन समाज पार्टी के चूनाव चिन्ह पर लडने वाले डाँ०राजकुमार सिह गौतम मात्र 241 मतों से हारे थे या हराये गये थे इसे गाजीपुर के सभी लोग जानते है।
गाजीपुर की पत्रकारिता का कभी एक स्तर हुआ करता था लेकिन आज के बहुत कम पत्रकारों के पास वह स्तर बचा हुआ है। आज भी गाजीपुर मे ऐसे अनेकों पत्रकार है जो कभी किसी तुरर्म खाँ के दरवाजे पर विज्ञापन के लिये नहीं जाते लेकिन इसी गाजीपुर मे कुछ ऐसे भी छुट्भैया पत्रकार है जो विज्ञापन न मिलने पर नकारात्मक खबर अपने न्यूज पोर्टल पर चलाने की धमकी भी देते है और नकारात्मक खबर भी लगाते।