आजमगढ़:एक लाख के इनामी ने किया न्यायालय में समर्पण

आजमगढ़:जनपद के मेहनगर थाना क्षेत्र के मालपार गांव निवासी अवधेश यादव की वर्ष 2019 में छप्पर उठते समय कुछ लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दिया था। अवधेश यादव की पत्नी के तहरीर पर चार लोगों अनिल यादव,विलास यादव, कमलेश यादव और नितेश यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच प्रारंभ किया। पुलिस ने जांच में पाया कि कमलेश यादव हत्या में सामिल नहीं था अतः उसका नाम मुकदमा से हटा दिया गया। लेकिन कमलेश ने अवधेश हत्याकांड में सामिल लोगों का बचाने के लिए एक अन्य आरोपी कैलाश यादव की हत्या कराकर उसकी पत्नी से अवधेश हत्याकांड के गवाहों को फंसाने के लिए पुलिस में गवाहों को ही कैलाश यादव हत्याकांड में नामजद करा दिया।अवधेश हत्याकांड के मुख्य गवाह रामदुलार यादव की हत्या गाजीपुर जनपद के खानपुर थाना क्षेत्र में करने के बाद उसकी हत्या को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया। राम दुलार यादव की हत्या के बाद वादी ने वाराणसी आईजी को एक आवेदन दिया की रामदुलार हत्याकांड की जांच आजमगढ़ पुलिस को सौंप दी जाए। हत्याकांड की जांच देवगांव पुलिस ने की तो उसमें तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन कमलेश यादव फरार ही रहा।कमलेश यादव की फरारी को लेकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने आरोपियों पर 18 जुलाई 2023 को 25-25 का इनाम घोषित किया था जिसे बाद में डीआईजी ने बढ़कर 50 हजार 50 हजार कर दिया था। हाल ही में कमलेश यादव पर वाराणसी एडीजी ने इनाम बढ़कर 1 लाख कर दिया था। आजमगढ़ जनपद की पुलिस जब रविदास जयंती को सकुशल संपन्न कराने में लगी हुई थी तो एक लाख के इनामी कमलेश यादव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।