आजमगढ़- अखिलेश और निरहुआ नें पहली बाधा पर किया

आजमगढ़ -संसदीय सीट के लिए कुल 23 नामांकन दाखिल हुए थे। बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच हुई। जांच में नौ प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों में गड़बड़ी की वजह से उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया। इसमें प्रसपा के अवनीश सिंह, निर्दल नागेंद्र राय, रमाकांत यादव निर्दल, संतोष अंडमान निकोबार जनता पार्टी, अमरावती अलहिंद पार्टी, अनिरुद्ध पासी असंख्य समाज पार्टी, पंकज यादव निर्दल और त्रियुगी निर्दल का पर्चा निरस्त कर दिया गया। अब मैदान में 12 प्रत्याशी बचे हैं। 25 अप्रैल को नामांकन वापसी के बाद ही वैध प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। वहीं लालगंज संसदीय सीट के लिए कुल 15 लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। जांच के दौरान सभी के नामांकन वैध पाए गए लेकिन दो प्रत्याशी ऐसे रहे जिन्होंने नामांकन तो पार्टी के नाम से किया था लेकिन पार्टी के अधिकृत व्यक्ति का हस्ताक्षर फार्म पर न होने के कारण उन्हें निर्दलीय मैदान में उतरना होगा। इसमें भारतीय समाजवादी विकास पार्टी से नामांकन दाखिल करने वाले संतोष और असंख्य समाज पार्टी से नामांकन दाखिल करने वाले अखिलेश शामिल हैं। संतोष ने नामांकन फार्म के ए और बी फार्म को गलत भरा था। उनके फार्म पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिसे अधिकृत किया था उसके हस्ताक्षर की बजाए स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष के हस्ताक्षर थे। जब उसका मिलान किया गया तो वह भी अलग थे। वहीं अखिलेश के नामांकन पत्र पर पार्टी ने हस्ताक्षर के लिए जिसको अधिकृत किया था उसके हस्ताक्षर ही नहीं थे। हालांकि दोनों के बाकी नामांकन और शपथ पत्र सही थे।