उच्चके को पकड़ने ट्रेन से कुदी महिला गंभीर रुप से घायल

गाजीपुर- बिहार आरा के करनामीपुर निवासी संतोष मिश्रा का परिवार हावड़ा में रहता है। संतोष अपनी पत्नी सारिका मिश्रा (34) और बेटा हर्ष मिश्रा (10) के साथ उपासना एक्सप्रेस ट्रेन की एसी बोगी बी-1 से हावड़ा जा रहा था। रात में करीब 3 बजे दरौली स्टेशन पर पहुंचने पर ट्रेन की रफ्तार कुछ धीमी हो गई। इसी बीच पहले से सारिका के बैग पर नजर गड़ाए उचक्का सीट पर जेवरात, पैसा रखे बैग लेकर भागने लगा। यह देख सारिका शोर मचाते हुए उचक्के के पीछे दौड़ पड़ी। जब उचक्के को ऐसा लगा कि सारिका के शोर से अन्य यात्री जाग जाएंगे और वह पकड़ा जाएगा तो चलती ट्रेन से कूद गया। सारिका भी उचक्के को पकड़ने के लिए ट्रेन से कूद पड़ी। गिरने की वजह से उसके सिर में गंभीर चोट आ गई। बावजूद इसके वह उठकर लड़खड़ाते हुए रेलवे स्टेशन पर काम कर रहे कर्मचारियों के पास पहुंची और उचक्के को पकड़ने के लिए कहा, लेकिन तब तक उचक्का मौके से फरार हो चुका था। कर्मचारियों ने स्टेशन मास्टर को सूचना देकर महिला के गंभीर रूप से घायल होने की बात बताई। इस पर स्टेशन मास्टर ने108 नंबर की एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एंबुलेंस कर्मी नरेंद्र कुमार सिंह घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गया। उधर ट्रेन में सवार सारिका के पति संतोष ने जब बोगी में पत्नी को नहीं देखा तो लोगों से उसके संबंध में पूछा। जब लोगों ने बताया कि वह उचक्का को पकड़ने के लिए दरौली स्टेशन पर ट्रेन से नीचे कूद गई तो उसके होश उड़ गए। ट्रेन के मुगलसराय स्टेशन पर पहुंचने के बाद दूसरी ट्रेन से संतोष बच्चे के साथ जमानिया स्टेशन पर पहुंचा। आरपीएफ और जीआरपी की ओर से बताने पर वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचा। गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। घायल सारिका ने बताया कि बैग में हजारों रुपये नकदी के साथ ही हजारों के जेवरात थे। इस संबंध में आरपीएफ के उपनिरीक्षक केपी सिंह ने बताया कि महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है। इस मामले में अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।