एआरटीओ कार्यालय ,करोडपति बाबू और लाखपति चपरासी

गाजीपुर – गाजीपुर का एआरटीओ कार्यालय अपने कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। ऐसा एक और मामला प्रकाश में आया है। इस बार सोशल मीडिया में इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एआरटीओ दफ्तर में एक कर्मचारी प्रत्येक फार्म को पांच गुना अधिक दामों में बेचता नजर आ रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद एआरटीओ के कर्मचारी काफी डरे सहमे हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार रोकने के लिए शासन द्वारा तरह-तरह के तरकीब लगाए जा रहे हैं लेकिन एआरटीओ के कर्मचारी शासन के सभी तरकीबों को तोड़ निकाल ले रहे हैं। दफ्तर में मिलने वाले डीएल, टू व्हीलर, फोर व्हीलर के रजिस्ट्रेशन सहित सभी आवेदन पत्रों का एआरटीओ के कर्मचारी पांच गुना अधिक दाम ले रहे हैं, जो फार्म दो रुपये में मिलता है उसका दस रुपये लिया जा रहा है। कर्मचारियों के मनमानी का हाल यह है कि कार्यालय में चस्पा सूची पर उसका मूल्य दो रुपये अंकित है। फार्म खरीदते समय जब लोग यह कहते हैं कि इस पर दो रुपये लिखा हुआ आप 10 रुपये क्यों ले रहे हैं? इस पर कर्मचारी उनके ऊपर भड़क जाते हैं। कहते हैं कि यहां यह फार्म 10 रुपये में ही मिलता है। ऐसे में लोग 10 रुपये देकर फार्म खरीदने को मजबूर हैं। फार्म खरीदने वाले लोगों का तो सिर्फ 8 रुपये अधिक जाता है, लेकिन वहां काम कर रहे कर्मचारी प्रतिदिन हजारों रुपये लोगों से जबरदस्ती ऐंठ रहे हैं। एक आंकड़े के अनुसार प्रतिदिन सैकड़ों फार्म बिकते हैं। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां काम करने वाले कर्मचारी प्रतिदिन भ्रष्टाचार कर कितना रुपये कमा ले रहे हैं। करीब दो दिन पूर्व कर्मचारी के इस हरकत की वहां मौजूद एक युवक ने वीडियो बना लिया। इस समय यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद एआरटीओ प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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