और आंगनबाडी कार्यकरतियों के आशा पर हुआ तुसारापात
दिल्ली- वर्षो से अपने मानदेय मे बृद्धि की माँग को लेकर कभी दिल्ली तो कभी लखनऊ की सडकों पर धरना -प्रदर्शन करने वाली आंगनवाडी कार्यकरतियों व सहायिकाओं को केन्द्र की मोदी सरकार ने 23 मार्च को तगडा झटका देते हुए , कहा कि भारत सरकार पुर्व की भांती आंगनवाडी कार्यकरतीयों को अपने हिस्से का अंशदान 3000 रू० ही देगी , राज्यसरकार चाहे तो अपना अंशदान बढा सकती है
लोकसभा मे काँग्रेस सांसद मल्लिकार्जुंन खडगे ने आंगनवाडी कार्यकरतीयो के मानदेय का मामला उठाते हुए कहा कि वर्ष 2011-2012 से आंगनवाडी कार्यकरतीयो के मानदेय मे कोई बृद्धि नही किया गया है। भारत सरकार के इस कृत्य से देश भर की 36 लाख आंगनवाडी कार्यकरतीयां प्रभावित ह़ो रही है। काग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडगे के प्रश्न का जबाब देते हुए भरत सरकार के संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि ” केन्द्र का हिस्सा 3000/ का होता है और राज्य चाहें तो अपनी हिस्से दारी बढा सकते है ” ।