गाजीपुर:अनाथ के नाथ बने सादात वार्ड नंबर 3 के निवासी

गाजीपुर ::जहां एक तरफ राजनीतिक हित साधने के लिए राजनीतिक दल और उनके समर्थक दिन-रात हिंदू- मुस्लिम,हिंदू- मुस्लिम करके एक दूसरे समुदाय के प्रति नफरत फैलाने में लगे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस समाज में आज भी ऐसे लोग जिंदा है जो इस देश के गंगा जमुनी तहजीब को बचाने और बनाए रखने में लगे हुए हैं । प्राप्त जानकारी के अनुसार सादात नगर पंचायत के वार्ड नंबर 3 निवासी महेंद्र गुप्ता उर्फ मुन्ना गुप्ता और उनकी पत्नी निर्मला का बीमारी के चलते निधन हो गया और दोनों के उपचार में घर गृहस्थी का सारा सामान बिक गया ।मां-बाप के गुजर जाने के बाद उनकी छै बेटियों में से दो की शादी मां -बाप के मृत्यु से पूर्व ही हो चुकी थी लेकिन साधना, रिया, कुमकुम और पायल अविवाहित ही अनाथ हो गई । अनाथ बच्चियों के सर पर छत का अभाव देखकर पड़ोस में ही रहने वाले सफीक अहमद ने इन चारों अनाथ बच्चियों को अपने यहां आश्रय दिया।अनाथ बच्चियों ने जीवन यापन के लिए अगल-बगल के घरों में झाड़ू, पोछा और बर्तन धोने का काम शुरू किया। इसी बीच वार्ड नंबर 3 निवासी महबूब सलमानी की पत्नी गुड़िया के माध्यम से तहसील जखनिया के गांव ग्राम रेवरिया पोस्ट चौजाखास के अंगद गुप्ता पुत्र धारी गुप्ता से साधना की शादी तय हो गई।अंगद मुम्बई में प्राईवेट नौकरी करता है।बालिका दिवस 24 जनवरी के अवसर पर सादात वार्ड नंबर 3 के सभी निवासी हिंदू मुसलमान ने अभिभावक का फर्ज निभाते हुए साधना और अंगद गुप्ता की शादी कर दी । पिता फर्ज उमा गोंड ने कन्यादान करते हुए निभाया।शादी में दोनों संप्रदाय के लोगों ने किसी भी प्रकार की कमी को महसूस नहीं होने दिया। ठीक ही कहा गया है की जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों ,यहां तो साधना रिया कुमकुम और पायल गुप्ता के लिए वार्ड नंबर 3 के निवासी हिंदू मुसलमान सभी खुदा बन गए।