ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर:डा०संगीता बलवंत का प्रमोशन या डिमोशन ?

गाजीपुर : जिस तरह से वॉलीबॉल या फुटबॉल के खेल में खिलाड़ी प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को भ्रमित करने के लिए दाहिने बाल मारने का दिखावा कर के बांये बाल मारता है ठीक उसी तरह राजनीति में भी दिखाया कुछ जाता लेकिन असली खेल कुछ और होता है।क्या ऐसा ही  भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान समय में राज्यसभा सांसद डॉक्टर संगीता बलवंत के साथ किया है ? डाक्टर संगीता बलवंत जब विधानसभा का चुनाव हार गई तो फिर उन्हें 27 फरवरी 2024 में राज्यसभा का सदस्य बनाया गया।जबकि गाज़ीपुर की अन्य विधानसभा में भी भारतीय जनता पार्टी के कई पराजित महिला और पुरुष प्रत्याशी थे लेकिन सदर विधानसभा की पूर्व विधायक, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत को राज्यसभा का सदस्य बनना या बनवाना डॉक्टर संगीता बलवंत का प्रमोशन है या प्रमोशन की आड़ में डिमोशन है यह समझना काफी मुश्किल है। कहीं ऐसा तो नहीं कि डॉक्टर संगीता बलवंत को राज्यसभा में भेज कर सदर विधानसभा को किसी अन्य के लिए खाली कराया गया है ? जो वर्ष 2027 में विधानसभा का चुनाव होने वाला है।दिमाग लगाने वाले ने काफी दिमाग लगाया है , डॉक्टर संगीता बलवंत को राज्यसभा में भेज कर। सदर विधानसभा में निवास करने वाले बिन्द समाज के मतदाताओं को यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी या स्थानीय भाजपा के चाणक्य यह संदेश देना चाहते हैं कि संगीता बलवंत बिन्द के चुनाव हारने के बाद भी बिंद समाज को सम्मान देते हुए भारतीय जनता पार्टी ने सांसद बनवाया, यह बिन्द समाज के लिए गौरव की बात है। इससे सांप भी मर जाएगा और लाठी भी नहीं टूटेगी यानि राज्यसभा सदस्य संगीता बलवंत भी नाराज नहीं होगी और उनके स्वजातीय मतदाता भी खुश हो जाएंगे। राज्य सभा सांसद के रूप में डा०संगीता बलवंत का कार्यकाल वर्ष 2030 तक रहेगा।इस हिसाब से डा०संगीता बलवंत वर्ष 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव तथा वर्ष 2029 के लोकसभा चुनाव का भी प्रचार भाजपा प्रत्याशियों का करेंगी।जैसा की परंपरा रही है की लोकसभा या राज्यसभा का सदस्य होने के बाद व्यक्ति अक्सर विधानसभा का चुनाव लोक मर्यादा को देखते हुए लड़ना पसंद नहीं करता है, वैसे ऐसा  करने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है।जहां तक लेखक का मानना है कि जब तक गाजीपुर के भाजपाई राजनीति के चाणक्य मौजूद रहेंगे लोकसभा का टिकट किसी दूसरे को लेने नहीं देंगे। वैसे राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत भी राजनीति की माहिर खिलाड़ी है इसीलिए डॉक्टर संगीता बलवंत अक्सर भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दरबार में अपनी हाजिरी गाहे-बगाहे लगा रही हैं। वर्ष 2027 में सदर विधानसभा से भाजपा का कौन उम्मीदवार होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन सदर विधानसभा से जो भी भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी होगा वह स्थानीय भाजपाई चाणक्य का अत्यधिक निकट और प्रिय होगा, लेकिन कौन होगा ? यह तो उस समय पता चलेगा।(यह लेखक के अपने विचार हैं)