गाजीपुर:वह बार-बार दुष्कर्म का आरोप लगाती रही लेकिन पुलिस अनसुना करती रही

गाजीपुर:एक नाबालिक बिटिया ने अपने साथ हुए दुराचार के मामले में न्याय पाने के लिए शासन और प्रशासन के चौखट पर बार-बार सर पटकती रही और आरोपी ग्राम प्रधान को सरकारी तंत्र बचाने की हर संभव कोशिश करता रहा।प्राप्त जानकारी के अनुसार बिटिया के पिता ने दुराचार का आरोप लगाते हुए मिडिया से कहा कि दिनांक 14 जुलाई 2024 को उसकी नाबालिक पुत्री का हंसराजपुर पुलिस चौकी के क्षेत्र ग्राम रसूक प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता व मंटु राम ने उसके नाबालिक पुत्री के साथ दुष्कर्म किया। नाबालिक के साथ दुष्कर्म की शिकायत नाबालिक के पिता ने हंसराजपुर पुलिस चौकी सहित शादियाबाद थाना पर तहरीर देकर किया लेकिन पुलिस चौकी द्वारा बार-बार उनको पुलिस चौकी और थाना शादियाबाद दौड़ाया जाता रहा। अंततः स्थानीय पुलिस से निराश नाबालिक पीड़िता का पिता 26 जुलाई 2024 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गाजीपुर से तहरीर के साथ मिला और अपनी नाबालिक बिटिया के साथ हुए दुष्कर्म की घटना से अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर 26 जुलाई 2024 को रसूक( हंसराजपुर) ग्राम प्रधान और ज्ञानेंद्र गुप्ता और मंटु राम के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद पुलिस ने विवेचना में ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता का नाम निकाल दिया और अपहरण के आरोप में मंटु राम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद भी बिटिया और उसके पिता ने हर नहीं मानी और आरोपितों पर रेप का मुकदमा दर्ज करने के लिए क्षेत्रीय विधायक बेदी राम से लगायत तमाम पुलिस के उच्च अधिकारियों को बार-बार पत्र लिखा। पीड़िता का पिता जखनिया विधायक बेदी राम से जब अपनी नाबालिक पुत्री के साथ हुए अन्याय को लेकर मिला जखनिया विधायक ने थाना शादियाबाद थानाध्यक्ष को तत्काल तीन बार फोन किया लेकिन थानाध्यक्ष ने विधायक का फोन नहीं उठाया ऐसा विधायक ने मिडिया को बताया। शादियाबाद थाना और हंसराजपुर पुलिस चौकी के पुलिस की कार्यवाही पूर्ववत ही रही। इसके बाद पीड़िता के पिता ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत किया तो जब वहां से पूछताछ हुई तो इस बात की जानकारी रसूक( हंसराजपुर )ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता को हुई तो गुस्से में आगबबूला आरोपित ज्ञान ग्राम प्रधान पीड़िता के घर 30 जनवरी 2025 को पंहुचा और पीड़िता को धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम लोगों ने मुकदमा वापस नहीं लिया तो तुम्हारे चेहरे पर तेजाब फेंक दिया जाएगा और तुम्हारे भाई और पिता को भी जान से मरवा दूंगा। आरोपित ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता के इस धमकी भरे शब्दों को सुनकर बिटिया शब्द बेहद सदमे में आ गई और उसने आत्महत्या कर लिया। इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र प्रसाद ने पीड़िता को हर हाल में न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। पीड़ित बिटिया बार-बार अपने बयान में अपने साथ रेप का आरोप लगाती रही लेकिन पुलिस बार-बार उसके आरोप को अनसुना करती रही।