गाजीपुर- अनुपयोगी हेल्पलाइनों से गैर प्रदेश में फंसे मजदूर परेशान

गाजीपुर- कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत सरकार ने जब 24/25 मार्च को जब लाँकडाउन प्रथम की घोषणा किया तो दुशरे प्रान्त में फंसे मजदूरों ने जैसेतैसे तो काट लिया लेकिन जब से लाँकडाउन -2 की प्रधानमंत्री द्वारा घोंषणा हुई है ,तब से दूसरे प्रांतों में फंसे हुए स्थानीय (उत्तर प्रदेश व विहार) के मजदूर काफी हैरान और परेशान है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोटा( राजस्थान) व इलाहाबाद में फंसे हुए छात्रों को परिवहन निगम की बसों से सकुशल प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पहुंचा कर एक अच्छा काम किया है,तब से गैर प्रांत में फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों में घर लौटने की एक बेहतर आस जगी है, लेकिन गैर प्रांत में फंसे मजदूरों को उत्तर प्रदेश मे वापस अपने जनपद , गांव में आने के लिए जो भी नंबर सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं उन नंबरों पर गैर प्रांत में फंसे मजदूरों के द्वारा जब अपना पंजीकरण कराने के लिए फोन किया जा रहा है तो, या तो फोन उठा नहीं रहे हैं या तो फोन लग नहीं रहे हैं। इससे हैरान परेशान मजदूर अपने जिले के ,अपने गांव के जानकार लोगों को फोन करके घर वापस आने के लिए कोई रास्ता बताने का उपाय सुझाने को कह रहे हैं । इस संदर्भ में गाजीपुर सदर विधायिका डॉक्टर संगीता बलवंत के पति डा० अवधेश की एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिस पर तमाम गैर प्रान्त में फंसे हुए मजदूर पोस्ट पर कमेंट कर अपनी परेशानी व पीडा से अवगत भी करा रहे है और इस ब्लॉग को सत्य भी प्रमाणित कर रहे हैं। सर्वाधिक बुरी हालत दक्षिण भारत में फंसे उत्तर भारत के मजदूरों की है। दक्षिण भारत में फंसे मजदूर जब पीएम की हेल्पलाइन 1075 पर फोन करते हैं तो उनको वहां से दक्षिण भारत के राज्य में स्थापित हेल्पलाइन का जब नंबर दिया जाता है। उस पर फोन करने के बाद फोन उठाने वाला स्थानीय भाषा तेलुगू , तमिल,कन्नड़,मलयालम में बात करता है जो उत्तर भारतीय के पल्ले नहीं पडता है। इसके बाद उत्तर भारतीय अपने गांव जवार के लोगों को फोन कर मदद की गुहार लगता है।गाजीपुर टुडे के एडिटर इंन चीफ फूलचन्द सिह को दक्षिण भारत में फंसे संदीप राजभर पुत्र मुराहु राजभर ग्राम-गोविदपुर किरत पो०गोविदपुर थाना मरदह जनपद गाजीपुर ने फोन कर बताया था। संदीप राजभर का मोवाइल नं०जानबूझकर कर नहीं लिख रहा हुँ, क्योंकि कोई उसे फोन कर डिस्टर्ब ना करे।