ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर – अभाग हुआ ख़ाक

गाजीपुर: इहलोक छोड़ने की जानकारी यदि परिजनों को न हो तो उसे व्यक्ति का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा। ऐसा ही एक मामला समाजसेवी कुंवर विरेन्द्र सिंह के माध्यम से प्रकाश में आया है।कुंवर विरेन्द्र सिंह के अनुसार पुलिस चौकी जीआरपी दिलदारनगर के अन्तर्गत एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी।उस शव के शिनाख्त का काफी प्रयास किया गया लेकिन शव का शिनाख्त नहीं होने पर मृतक अज्ञात व्यक्ति की लाश को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल श्री अजय कुमार सिंह जी एवं हेड कांस्टेबल श्री गोविन्द सिंह जी के सहयोग से मर्चरी रूम में रखवाकर शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही थी। जिनकी शिनाख्त नहीं होने पर एवं (72) घण्टे होने के उपरांत मृतक अज्ञात व्यक्ति की लाश को समाजसेवी कुँवर वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल श्री अजय कुमार सिंह जी एवं हेड कांस्टेबल श्री मनोज कुमार जी के सहयोग से मर्चरी रूम से पोस्टमॉर्टम हाऊस ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अति प्राचीन श्मशानघाट पर शुद्ध लकड़ी से जलाकर अन्तिम दाहसंस्कार किया गया है। सहयोगी श्री कृष्ण कुमार बासफोर जी, श्री जमुना राजभर जी, श्री भोले नाथ जी, श्री गोपाल कसौधन जी, श्री रविन्द्र यादव जी, खुर्शीद जी एवं श्री सूरज रावत थे।