गाजीपुर-कर्नाटक विधानसभा चुनाव दोनों दलों के लिए करो या मरो

गाजीपुर-कर्नाटक विधानसभा के चुनाव प्रचार का आज 8 मई अंतिम दिन है। कर्नाटक विधानसभा का चुनाव जीतने के लिए जहां भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अगुवा बनाया है तो वहीं कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी ,प्रियंका गांधी और मलिकार्जुन खरगे को अपने चुनाव अभियान की बागडोर सौंप रखा है।दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है।जहाँ कांग्रेस अपने चुनाव अभियान को जनता से जुड़े मुद्दों गरीबी, बेरोजगारी , भ्रटाचार और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़कर अपना प्रचार अभियान चला रही है वहीं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अपने चिर परिचित अंदाज में आतंकवाद, संप्रभुता ,संप्रदायिकता के अगल-बगल चुनाव अभियान को सीमित रखे हुए हैं।आज 8 मई को चुनाव प्रचार थम जाएगा,10 को मतदान होगा और 13 तारीख को चुनाव परिणाम आएगा। दोनों दलों को चुनाव परिणाम का काफी बेसब्री से इंतजार रहेगा। लेकिन अब तक प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार कर्नाटक मे भारतीय जनता पार्टी कांग्रेसी पार्टी से पिछड़ी नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी का एक लोकप्रिय चेहरा योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में हो रहे नगर निकाय के चुनाव में अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ लगे हुए हैं। देखना है 224 विधायकों वाली विधानसभा में 113 विधायकों का जादुई आंकड़ा कौन दल पार करता है।वैसे कांग्रेस को यह भय भी सता रहा है कि अगर कर्नाटक में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस नहीं आई तो फिर अगली बार की तरह बीजेपी उसके विधायकों को तोड़कर कर्नाटक में सरकार बना लेंगी।वैसे कर्नाटक विधानसभा का चुनाव कई मामलों में काफी महत्वपूर्ण है।वर्ष 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है और बीजेपी कतई नहीं चाहेगी कि दक्षिण भारत का यह महत्वपूर्ण राज्य उसके हाथ से निकले।राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा के प्रभाव का भी यह चुनाव एक आईना होगा।