गाजीपुर: कुश्ती खेल में युवक युवतियों का भविष्य सुनहरा -संजय सिंह

गाजीपुर: बभनौली स्थित राधिका रूरल एकेडमी में भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने प्रतिभाशाली युवाओं को सम्मानित किया। संजय सिंह ने मां सरस्वती के प्रतिमा समक्ष दीप प्रज्वलित कर कुश्ती खिलाड़ियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर कुश्ती खेल का भविष्य सुनहरा है। ओलंपिक के एकल खेल में कुश्ती में सबसे अधिक मेडल मिलता है। कुश्ती खेल में युवकों के साथ ही देश की बेटियां भी आगे बढ़कर पदक तालिका में नाम दर्ज करा रहीं है। क्रिकेट और कबड्डी की तरह ही इस साल के अंत तक प्रो रेसलिंग लीग की शुरुआत की जाएगी। कोरोना काल से पूर्व होने वाली प्रो रेसलिंग लीग और बेहतर अंदाज में सामने आएगा। कुश्ती एक गहन पूर्ण शारीरिक कसरत है। जो लगभग सभी मांसपेशी समूह को खेल में शामिल करती है। इस खेल में विस्फोटक शक्ति, चपलता और हृदय संबंधी सहनशक्ति की आवश्यकता होती है। जो इसे समग्र शारीरिक फिटनेस में सुधार करने का एक शानदार तरीका बनाती है। कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संजय सिंह ने ग्रामीण स्तर के कुश्ती खिलाड़ियों का आहवाहन किया कि अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर जिला कुश्ती संघ के पदाधिकारियों से मिलिए और अपनी योग्यता को दर्ज कराइये। कुश्ती खेल में ग्रामीण प्रतिभाओं को तेजी से निखरने का मौका मिलता है। ग्रामीण कुश्ती खिलाड़ियों में कुश्ती की नैसर्गिक प्रतिभा होती है। इस अवसर पर संस्थान के मेधावी छात्र सिद्धान्त सिंह को एमबीबीएस में चयनित होने पर सम्मानित किया गया। जिले में प्रवेश करते ही सिधौना बाजार में युवाओं ने कुश्ती संघ अध्यक्ष का जोरदार अंदाज में फूल मालाओं से स्वागत सत्कार किया। कुश्ती फिजियो डॉ पंकज सिंह और अवनीश कुमार ने कुश्ती खिलाड़ियों को संबोधित किया। डॉ नीरज यादव, प्रिंसिपल डॉ सीमा, मिथिलेश कुमार, साधना गोंड, सुमन देवी, सुनील कुमार रहे।