गाजीपुर के फ़ोरलेन मे महाघोटाला, किसान परेशान -घोटाले बाज मस्त
वाराणसी-गोरखपुर फो़र लेन मे अब एक ऐसे घोटाले बाजो की टीम का पर्दा फा़स होने वाला है जो रहने वाले तो उरई, जालौन,ईटावा,मैनपुरी के है लेकिन सैदपुर तहसील के लेखपालों,कानूनगोवों व अन्य राजस्व कर्मियों से मिल कर फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करा लिया और अब वास्तवीक भू-स्वामी लेखपाल और तहसील का चक्कर लगा रहे है। इसी प्रकार का एक मामला सैदपुर तहसील की निवासी सावित्री सिह का है। सावित्री सिह ने मौजा रामतवक्का परगना व तहसील सैदपुर के अराजी मे मनोरमा देवी पत्नी नरनारायण से भुमि की रजिस्ट्री कराया और दाखिल खारिज हो गयी। सावित्री देवी ने पुरी जमीन पर वाउंड्री करा रख्खा है। NH 29 के वाराणसी से गोरखपुर के फोर लेन होने की उत्तर प्रदेश सरकार से मंजुरी मिलने के वाद भूमाफियों ने वाराणसी,गाजीपुर ,मऊ और गोरखपुर के राजस्व कर्मियों को अपने जाल मे फाँसना शुरू किया और राजस्व कर्मी भूमाफियाओं के जाल मे पैसे के लालच मे फंसते गये। सावित्री देबी की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री सत्यप्रकाश पुत्र उमाशंकर साकिन 448 नया रामनगर , उरई जिला जालौन, माधुरी देबी पत्नी कन्हैया लाल साकिन बासुचक हाल मुकाम 8/158 इन्द्रानगर , लखनऊ के नाम कर दिया। अब सावित्री देबी लेखपाल,कानूनगो,तसहीदार, उप जिलाधिकारी सैदपुर तथा ए०डी०एम०गाजीपुर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 156/3 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराने हेतू बैधानिक कार्यवाही के तहत अब तक दो पंजीकृत पत्र भेज चुकी है। फोर लेन के तहत अधिग्रहित भूमी का सर्किल रेट से चार गुना मुआंवजा के प्राविधान ने इस फर्जीवाडे को जन्म दिया है।