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गाजीपुर-क्या करे सुप्रीम कोर्ट ? जब अनुपालन कराने वाले ही लापरवाह हों

गाजीपुर- दबंगों की दबंगई की हद हो गई माननीय सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के बाद भी दबंगों ने तालाब पाट दिया और इस तालाब पर से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए पीड़ित व्यक्ति तहसीलदार ,उप जिलाधिकारी व जिलाधिकारी के दरबार में अर्जी पर अर्जी देता रहा लेकिन उसे न्याय आज तक नहीं मिला। ताजा मामला गाजीपुर जनपद के सदर तहसील के देवकठियां गांव के पश्चिम पूरा का है। यहां पोखरी पाट दिए जाने से बरसात का पानी बाबूराम यादव के घर घुटने तक भर गया है, जिससे परिवार काफी परेशान है। देवकठियां गांव की उक्त पोखरी को दो दशक से भी अधिक समय पहले गांव के ही कुछ दबंग लोगों के द्वारा पाट कर कब्जा कर लिया गया। इस पोखरी में गांव के अनेक परिवारों के घर का गंदा पानी जमा होता था यहां तक कि बरसात का पानी भी इसी पोखरी में जमा होता था, लेकिन गांव के ही दबंगों ने पोखरी को पाटकर अपने व्यक्तिगत उपयोग में लेना शुरू किया। इसके बाद गांव के ही निवासी पीड़ित बाबूराम यादव ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए प्रशासन के अधिकारियों को कई अर्जी दिया। लेकिन आज तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। दबंगों ने भी अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हैं हुए तहसीलदार के यहां मुकदमा दाखिल कर दिया और पोखरी की खुदाई न कराने की गुहार लगाई, लेकिन तहसीलदार न्यायालय ने उसके वाद/मुकदमा को खारिज कर दिया।इसके बाद पीड़ित बाबूराम यादव तहसीलदार ,उप जिलाधिकारी ,जिलाधिकारी व समाधान दिवस में आवेदन पर आवेदन देते गए लेकिन आज तक उक्त पोखरी अतिक्रमण मुक्त नहीं हुई। दूसरी तरफ पीड़ित बाबूराम यादव का परिवार पूरे घर में भरे घुटने तक पानी में रहने को विवश और मजबूर है।

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