ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर- खेलकूद में प्रयोग हो बालिकाओं का बल कौशल- महिला पहलवान फ्रीडम यादव

गाजीपुर-पहली बनारस केसरी कुश्ती पहलवान (महिला)फ्रीडम यादव निवासी बड़हरा विकास खंड देवकली तहसील सैदपुर ने कहा स्कूली बालिकाओं को प्राथमिक स्तर से उनके रुचि के अनुसार खेल में प्रोत्साहित करना चाहिए। बालिकाओं का खेल में आगे आने से उनके शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक पद प्रतिष्ठा में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होती है। इशोपुर में मंडल स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुची फ्रीडम यादव ने स्कूली बच्चों में कुश्ती खेल के प्रति लगाव को सराहा। आजकल कुश्ती के अलावा कराटे, ताइक्वांडो, हॉकी जैसे कई खेलों में ग्रामीण अंचल की लड़कियां बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहीं है। ओलंपिक, पैराओलंपिक से लेकर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेलों में महिलाओं का कला कौशल निखर रहा है। कुश्ती खेल में भावनात्मक समर्थन की बहुत जरूरत पड़ती है। जिसमें पारिवारिक एवं प्रशिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। फ्रीडम यादव ने बताया कि भारतीय कुश्ती खिलाड़ी विश्व के अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले शारीरिक रूप से मजबूत होते है। आजकल कुश्ती में तकनीति अंक महत्वपूर्ण हो गया है। जिसके लिए हमें विदेशी कुश्ती विशेषज्ञ से भी मदद लेनी पड़ती है। गांव में मिट्टी के अखाड़ों का प्रचलन कम होना दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि बच्चों को बुनियादी कौशल और माहौल इन्हीं अखाड़ों से मिलता है।