गाजीपुर-गंगा की लहरों पर विदेशी मेहमानों का कलरव
गाजीपुर-गाजीपुर जनपद में गंगा की लहरों पर आकर साइबेरियन पंक्षियां अठखेलियां खेल रहीं है। ये आजाद पंछी कहीं भी किसी भी देश में जाकर नदियों या तालाबों पर कुछ दिनों के लिए अपना आशियाना बना लेते हैं। ठंड का मौसम आते ही गंगा नदी में दूसरे देशों से विदेशी पक्षियों का आना शुरू हो गया है। गंगा गोमती संगम से लेकर सैदपुर इलाके तक साइबेरियन पक्षी हर साल आते है। साइबेरियन पक्षियों के यहां आने से इनके प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ता है। यहां हजारों की संख्या में साइबरियन पक्षी पहुंचकर कलरव कर रहे है। पानी में इनकी अठखेलियों को पर्यटक नौकायन कर दूर से निहारकर रोमांचित होते रहते है। जानकर बताते है कि ये पक्षी दाना पानी और अनुकूल वातावरण ढूंढते-ढूंढते यहां तक आते है। ये साइबेरियन मेहमान फरवरी मार्च तक यहां प्रवास करते है। हर साल सर्दियों में हजारों मील का फासला तय कर साइबेरियन पक्षी नए आशियाने की तलाश में भारत का रुख करते हैं और ठंड का मौसम खत्म होते ही यहां से लौटने लगते है। पटना के नाविक रविकांत और पदुम निषाद कहते है कि हर साल तीन चार माह के प्रवास पर ये विदेशी मेहमान यहां आते है। इन विदेशी पक्षियों में कई अलग अलग प्रकार के पक्षी भी शामिल रहते है। इनके आने से नौकायन और पर्यटन भी बढ़ जाता है। ये साइबेरियन पक्षी गंगा नदी के कई क्षेत्रों में पहुंचते है जिसके संरक्षण के लिए वन विभाग की गस्ती दल इन इलाकों में लगातार सक्रिय रहते है।