गाजीपुर-किसी शख्स ने क्या खूब लिखा है मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. यह लाइन ग्रीनमैन गाजीपुर पर बिल्कुल सटीक बैठती है. ग्रीन मैन से अपनी पहचान बना चुके प्रकृति प्रेमी अरविन्द कुमार आजाद को जमानिया कस्बा स्थित रामचंद्र बाल भारती स्कूल में प्रतिष्ठित साहित्यकार कवि लेखक व छात्रों ने ग्रीनटोपी,मेडल,व माल्यार्पण कर स्वागत किया।बता दें कि सबसे पहले ग्रीनमैन का स्कूल गेट पर से ही छात्रों ने पुष्पवर्षा द्वारा स्वागत करते हुए कार्यक्रम स्थल पर ले गये। श्री आजाद ने स्व.श्री रामचंद्र पाण्डेय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।स्वागत समारोह के क्रम में सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबंध निदेशक कुमार शैलेंद्र ने ग्रीन टोपी मेडल व पुष्पवर्षा कर ग्रीनमैन का स्वागत किया आशीर्वचन दिया। कुमार शैलेन्द्र ने अपने संबोधन में कहा किया। पर्यावरणविद अरविंद कुमार आजाद द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किया गया कार्य सराहनीय है ये अपने जनपद ही नहीं बल्कि प्रदेश के कोने-कोने अन्य प्रदेशों व विदेशों में जाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं।यह ग्रीन मैन ऑफ गाजीपुर नही बल्कि ग्रीनमैन आफ इस्टर्न यूपी है। तत्पश्चात वहां उपस्थित सभी शुभचिंतकों ने ग्रीन मैन का माल्यार्पण कर स्वागत किया। तत्पश्चात ग्रीनमैन आप गाजीपुर अरविंद कुमार आजाद ने वहां उपस्थित सभी शुभेच्छुओं के प्रति आभार प्रकट किया। तथा उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं अध्यापकों एवं मौजूद लोगों को उनके प्रत्येक जन्मदिन पर एक पौधे लगाकर उसकी जीवन पर्यंत रक्षा करने की शपथ दिलाई। उन्होंने ने कहा प्रकृति के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।श्री आजाद ने बताया कि प्रकृति के प्रति प्रेम और लगाव की प्रेरणा उन्हें 15 वर्ष पूर्व कोलकाता में नौकरी के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरण प्रेमी विजय पंडित से मिली थी। वह स्कूलों में जाकर बच्चों को पेड़ लगाने के बदले टॉफी देते थे।टॉफी के बदले स्कूल में पेड़ लगाने का जो सिलसिला शुरू हुआ था वो धीरे-धीरे जुनून में तब्दील हो गया।कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य संजय सिंह यादव ने किया तथा अध्यक्षता कवि शिव प्रसाद बैरागी ने किया। इस मौके पर जितेंद्र पांडेय, श्याम सिंह,प्रीति राय,दयाराम,वकील यादव,आरती,मन्नू,अफजाल मंसूरी,रुपचन्द यादव सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
