गाजीपुर-जहां लोग जाने से भी डरते है

गाजीपुर- संघर्ष का 57 वां दिन समाज के प्रति समर्पण भाव हो तो ऐसा हो जैसा ‘टीम निशांत’ ने पिछले 57 दिनों से अपने संघर्षों का छाप धरातल पर छोड़ा है, ऐसा संघर्ष जो एक दास्तां के रूप में लिखी जा रही है, जब लॉकडाउन के माहौल में लोग कोरोना जैसी महामारी से खौफज़दा थे, तबसे टीम निशान्त के युवा इन कोरी सड़कों पर अपने संघर्ष की दास्तां लिखते आ रहे हैं, इनकी मेहनत, लगन, जज़्बे को देखते हुए यह अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता की यह दास्तां कब तक लिखी जाएगी, इस अभियान के सक्रिय सदस्य निशांत सिंह के अगुवाई में विधु शेखर सिंह, छत्रसाल सिंह, मोहित सिंह, सत्येंद्र राय, विकास यादव, बबलू ठाकुर का योगदान हमेशा रहता है।।आपको बता दें कि प्रतिदिन के भांति आज भी टीम निशांत ने राहत सामग्री वितरण किया इसके पश्चात कोविड-19 को लेकर चला रहे जागरूकता अभियान के तहत लोगों को एक की महत्ता से अवगत कराया एवं लॉकडाउन का पालन करने तथा सरकारी निर्देशानुसार कोरोना महामारी से बचाव करने का उपाय पूरे को विस्तार से बताया।। तत्पश्चात मनिहारी, छपरी,रामपुर जीवन के प्राथमिक विद्यालय जहाँ क्वॉन्टिन के लिए गाँव के प्रवासियों को 14 दिनों के लिए रखा गया है।हर जगह बेहतर सुविधा थी बस सेनेटाइजेशन की जागरूकता की कमी थी जो अब आने वाले समय मे नही होने वाली पूरी टीम प्रेक्टिकल रूप में स्थानीय निवासियों को जागरूक करने का काम टीम के द्वारा किया गया।जिसमें स्थानीय लोगों ने टीम निशांत की सराहना करते हुए कहा कि “हम सभी गाजीपुर वासी आपके आभारी रहेंगे, हमें आप जैसे नागरिकों पर गर्व है, हम इस मुहिम में आपके साथ चल कर आपके विचारों को सार्थक बनाएंगे।।” वहीं मुखिया निशांत सिंह ने इस मौके पर कहा की ” अकेले मैं ही साधुवाद का पात्र नहीं हूं कोरोना से लड़ रहे सभी, पुलिस कर्मी, चिकित्सक, एशेनशियल सर्विस के कर्मचारी इत्यादि के साथ-साथ व सभी साधुवाद के पात्र हैं जिन्होंने निस्वार्थ इस महामारी में समाज की सेवा की है, वह सभी योद्धा हैं, आप सभी का धन्यवाद जो आपने हमारे इस मुहिम को सराहा व सहर्ष स्वीकार किया, आपकी इच्छा और दृढ शक्ति को देख कर मुझे पूर्ण विश्वास हो गया है कि आप सभी इस पर अमल करेंगे, जिसका परिणाम निश्चित ही सकारात्मक होगा”।।