गाजीपुर जागरण का एक छायाकार/पत्रकार , दुश्मन हजार

गाजीपुर , दैनिक जागरण के छायाकार/क्राईमरिपोर्टर पिंन्टु यादव उर्फ अखिलेश यादव कल रात्रि 10.30 तक लंगडपुर मे अपने मित्रों के साथ  चन्द्रभान पासी के पुत्री के बैबहिक समारोह मे थे। वहां से भोजन कर , घर निकलने मे रात्रि 11 बज गया , वहा से अपने घर उन्हे पहुचने मे लगभग 11.15-11.3० बज गये। दैनिकजागरण के छायाकार /क्राईम रिपोर्टर पिंन्टु यादव को रात्रि 11.30 बजे के बाद पीजी कालेज , गोराबाजार -गाजीपुर के क्षात्र संघ अध्यक्ष अमरजीत यादव का फोन आता है कि भईया आप कहा है, मै गाजीपुर के हास्पिटल मे एडमिट हुँ, लेकिन कोई डाक्टर मेरी मदद् नही कर रहा है । अमरजीत के बात को सुन ने के बाद , पिंन्टु ने अपने माँ से कहा कि मै हास्पिटल जा रहा हु, आ भी सकता हु और लेट भी हो सकता है , गेट मे अन्दर से ताला लगा लो । इस के बाद पिन्टु यादव पेईगवार्ड मे भर्ती अमरजीत के पास पहुंचे और रात्रि 2 बजे तक वहाँ रहने के बाद होटल श्याम लंका मे पहुंचे और कमरा नं०102 मे सो गये। मोबाईल की बैट्री डिस्चार्ज हो कर बैठ गयी। घर नही पहुचनें के कारण माँ व परिवार के सदस्य घबरा कर जगह-जगह फोन करने लगे। देर रात्रि जागने के कारण सुबह 11 बजे जब पिंटु  की नीद खुली , तब तक गाजीपुर सहित आस-पास के कई जिलों मे पिन्टु को लेकर हंगामा मच चूका था। लेकिन पिंटु के ख्याति और व्यवहार कुशलता से जलने वालों ने पिंन्टु के इज्जत का जनाजा कई व्हाटस्एप ग्रुप मे निकालने मे  कोई कसर नही छोडी। खैर पत्रकार हो या छाया कार उसके ऐसे हजारों दुश्मन होते है जिन्हे वह खुद नही जानता।

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