गाजीपुर-डीडीओ और विवेक सिंह शम्मी में वाकयुद्ध, लेकिन क्यों ?

गाजीपुर-डीएलएड /बीटीसी के परीक्षा में नकल कराते पकड़े गये प्रिंसिपल, शिक्षक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को लेकर सदर कोतवाली में जिला विकास अधिकारी मिश्री लाल और शिक्षणेत्तर कर्मचारी नेता विवेक सिंह शम्मी के बीच में जमकर वाकयुद्ध हुआ। इस संदर्भ में डायट प्राचार्य राकेश सिंह ने बताया कि डीएलएड/ बीटीसी के द्वितीय पाली की परीक्षा में हकीम मेमोरियल इंटर कालेज गोराबाजार, आदर्श शिक्षा निकेतन रविंद्रपुरी गोराबाजार में छापा मारा गया। छापेमारी करने वाली टीम में सीडीओ हरिकेश चौरसिया, डीडीओ मिश्री लाल खुद मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान हकीम मेमोरियल इंटर कालेज गोराबाजार में नकल कराते प्रिंसिपल, फर्जी दो कक्ष निरीक्षक, एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी नकल सामग्री के साथ पकड़ा गया। कक्ष निरीक्षकों के मोबाइल में हल प्रश्न पत्र मिले। पकड़े गये प्रिंसिपल, फर्जी कक्ष निरीक्षक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को हिरासत में लेकर एफआईआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली भेज दिया गया। कोतवाली पहुंचने पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट बने शिक्षकों के समर्थन में शिक्षक नेता शम्मी सिंह कोतवाली पहुंचे तो जिला विकास अधिकारी से उनका विवाद हो गया। इस संदर्भ में शम्मी सिंह ने बताया कि शिक्षकों को फर्जी ढंग से नकल के नाम पर फंसाया जा रहा है जबकि असली मामला धन उगाही का है। अधिकारियों को जब धन नही मिला तो फर्जी ढंग से शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। उन्होने बताया कि नकल सामग्री स्कूल के बाहर के कक्ष से मिली है लेकिन अधिकारी गलत दबाव स्टेटिक मजिस्ट्रेट पर एफआईआर दर्ज कराने का बना रहे थे। हम शिक्षकों का उत्पीड़न कतई बर्दास्त नही करेंगे। अगर न्याय नही मिला तो कल से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना शुरु हो जायेगा।