गाजीपुर: दोस्त के परिवार से किया दगाबाजी

गाजीपुर: शहर कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर निवासी पवन शर्मा पुत्र गुलाब शर्मा के अनुसार उसके पिता गुलाब शर्मा और बच्चन लाल श्रीवास्तव आपस में मित्र थे। पिता की असमय मृत्यु हो जाने के बाद वह अपने पैतृक मकान में अपनी वृद्ध मां व बहन के साथ रहता था। उसके पिता गुलाब चंद्र शर्मा के मृत्यु के बाद भी उनके मित्र उर्दू बाजार निवासी बच्चन लाल श्रीवास्तव अक्सर परिवार से मिलने जूलने आते जाते रहते थे और परिवार की यदाकदा आर्थिक मदद भी किया करते थे। परिवार की आर्थिक धीरे-धीरे काफी खराब होती गयी। इसी दौरान पूरे देश में करोना महामारी के प्रकोप के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लग गया । इसी दौरान एक दिन बच्चन लाल श्रीवास्तव उसके घर आए और घर की माली हालत व बीमार मां को देखकर मकान का कुछ हिस्सा बेचकर पवन शर्मा को कोई स्वरोजगार करने का सलाह दिया। पवन शर्मा ने बच्चन लाल श्रीवास्तव बात को मानकर उनके भतीजे के नाम 147 वर्ग मीटर में स्थित मकान में से 100 वर्ग मीटर का एग्रीमेंट कर दिया। बच्चन श्रीवास्तव ने उसे एग्रीमेंट के समय प्रथम किस्त में 10 लाख व कब्ज के बाद 35 लाख रूपए लाख देने का वादा किया। इस वादे के बाद पीड़ित परिवार एग्रीमेंट के लिए तैयार हो गया और उर्दू बाजार के निवासी विपिन उर्फ डब्बू, गोसाई दास का पूरा निवास मधुसूदन त्रिपाठी ,बच्चन लाल श्रीवास्तव व लेखपाल के समक्ष उसने एग्रीमेंट कर दिया। तय रकम के अनुसार मात्र 3:50 लख रुपए बच्चन लाल श्रीवास्तव ने कई किस्तों में दिया और बाकी रकम देने में आनाकानी करते रहे । 27 अक्टूबर 2024 को पीड़ित जब अपने मकान की साफ सफाई कर रहा था तो इसी दौरान लेखपाल ओंकार लाल श्रीवास्तव, बच्चन लाल श्रीवास्तव , अनिल उर्फ गुड्डू, विपिन उर्फ डब्बू मौका पर पहुंचे और पवन से कहा कि तुमने पूरे मकान का एग्रीमेंट किया है इसलिए इस घर पर तुम्हारा को अधिकार नहीं है।घर से बाहर निकालने की धमकी दी। इस अवैध कृत्य के खिलाफ पीड़ित पवन ने सदर कोतवाली सहित तमाम जगह प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन उसे न्याय कहीं से भी नहीं मिला तो उसने थक-हारकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय ने पीड़ित पवन प्रार्थना पत्र पर सम्यक विचार करने के बाद लेखपाल ओंकार लाल श्रीवास्तव, बच्चन लाल श्रीवास्तव, अनिल उर्फ गुड्डू ,विपिन उर्फ डब्बू सहित कुल पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने काआदेश दिया। कोर्ट का आदेश मिलते ही कोतवाली पुलिस ने पोंचो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। आरोपियों को एफआईआर दर्ज होने की जानकारी मिलते ही हड़कंप मचा हुआ है।