गाजीपुर-नई शिक्षा नीति के तृतीय वर्षगांठ पर प्राचार्य ने बताया उपलब्धियां

गाजीपुर-27.07.2023 : केन्द्रीय विद्यालय, के प्राचार्य मृत्युंजय राय ने केंद्रीय विद्यालय में नई शिक्षा नीति 2020 के सफल कार्यान्वयन पर अपना बहुमूल्य विचार साझा करते हुए बताया कि हमने वाराणसी संभाग के उपायुक्त डॉ ए के मिश्रा जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में अपने छात्रों के लिए समग्र और क्रमबद्ध सीखने का अनुभव सुनिश्चित करते हुए एनईपी 2020 के सिद्धांतों को अपनाने में उल्लेखनीय प्रगति की है | केन्द्रीय विद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार महत्वपूर्ण उपाय किए हैं जिनमें शामिल हैं:
‘प्रवेश आयु का पुनर्निर्धारण’ करते हुए विद्यालय ने शैक्षणिक प्रकृति और पाठ्यचर्या संबंधी आवश्यकताओं के आधार पर 5+3+3+4 डिज़ाइन लागू किया है जो छात्रों के लिए अधिक व्यापक और विकासात्मक रूप से सीखने की अनुमति देता है। ‘निपुण पहल’ के साथ विद्यालय ने बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल के महत्व पर जोर देते हुए समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल (निपुण) में सक्रिय रूप से भाग लिया है। छात्रों की प्रगति को सावधानीपूर्वक आँका जाता है और सीखने के परिणामों को निर्देशानुसार कक्षा-वार सूचीबद्ध किया जाता है। केन्द्रीय विद्यालय गाजीपुर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मंशा के अनुरूप 3 महीने का “विद्या प्रवेश” कार्यक्रम तैयार किया गया है। विद्या प्रवेश के अंतर्गत कक्षा 1 के बच्चों को खेल-खेल में जरूरी अक्षर और संख्या ज्ञान दिया जा रहा है। इसका मकसद स्वास्थ्य कल्याण, भाषा साक्षरता, गणितीय दक्षता और पर्यावरण जागरूकता से संबंधित मूलभूत दक्षताओं को विकसित करना है।
केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने न सिर्फ एनईपी 2020 द्वारा प्रस्तावित विभिन्न पहलों और सुधारों बल्कि 1962-63 में अपनी स्थापना काल से ही स्कूली शिक्षा में अभिनव शिक्षण विधियों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | ‘विद्या प्रवेश’ हमारी प्राथमिकता है | औपचारिक स्कूली शिक्षा में परिवर्तन को आसान बनाने के लिए ‘विद्या प्रवेश कार्यक्रम’ लागू किया गया है जो नए छात्रों के लिए एक सहायक और उपयुक्त वातावरण प्रदान करता है। केंद्रीय विद्यालय गाजीपुर में सीमित संसाधनों के बावजूद सभी कक्षाओं में आईपैड और प्रोजेक्टर के माध्यम से अभिनव शिक्षण पद्धति के अनुरूप शिक्षण कार्य किया जा रहा है| इसके अतिरिक्त विद्यालय में 40 ईटीग्रेटेड क्रोमबुक के माध्यम से भी विद्यार्थियों को शिक्षित किया जा रहा है |
इसी कड़ी में जवाहर नवोदय विद्यालय गाजीपुर के प्राचार्य इकरामुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि सीबीएसई के वेब पोर्टल पर उपलब्ध ‘जादुई पिटारा शिक्षण सामग्री’ द्वारा विद्यालय-शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ एफएस) पर आधारित नवीन शिक्षण साधनों को अपनाया है। उन्होंने बताया कि एनईपी 2020 में माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए विद्यालय सक्रिय रूप से हितधारकों के रूप में माता-पिता को शामिल कर सीखने और विकास के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है। प्राचार्य नवोदय विद्यालय गाजीपुर ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति स्कूली शिक्षा के मामले में भारत में अन्य संस्थानों के लिए रोल मॉडल हैं |
कार्यक्रम के संयोजक और विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक नीरज राय ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) की तीसरी वर्षगाँठ का जश्न मनाने के लिए 29 तथा 30 जुलाई को (दो दिवसीय) कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। यह कार्यक्रम 29 जुलाई 2023 को आईटीपीओ, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में होने वाला है और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दूसरे अखिल भारतीय शिक्षा समागम के उद्घाटन का गवाह बनेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक सुधार है जिसका उद्देश्य भारत में शिक्षा के परिदृश्य को बदलना है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री विभिन्न पहलों की शुरुआत करेंगे जो एनईपी 2020 के उद्देश्यों और दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।
केन्द्रीय विद्यालय शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की पहल के साथ सभी हितधारकों, शिक्षकों और शिक्षा उत्साही लोगों से इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बनने की अपील करता है | एन.ई.पी 2020 के कार्यान्वयन के तीसरे वर्ष का जश्न भारत में भविष्य के लिए तैयार और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी शिक्षा प्रणाली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अंत में नीरज राय ने सभी पत्रकार बंधुओं के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रेस संवाद में विद्यालय के आलोक राय जितेंद्र कुमार तिवारी पंकज कुशवाहा पूनम कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।
मृत्युंजय राय,प्रभारी प्राचार्य