गाजीपुर निवासी 20,25 हजारी बदमाशों को चन्दौली पुलिस ने पकडा

गाजीपुर –जमानियां क्षेत्र के रहने वाले तीन खूंखार कांट्रैक्ट किलर मुठभेड़ में चंदौली पुलिस के हाथ लगे हैं। यह मुठभेड़ चंदौली के मुगलसराय के रेलवे डाउन यार्ड में सोमवार की रात हुई। पकड़े गए इन कांट्रैक्ट किलर में रंजीव सिंह उर्फ गोलू उर्फ राजा तारन-बारन, किश्लय कांत सिंह बजरंग नगर कॉलोनी(जमानियां स्टेशन) और अभिषेक पांडेय उर्फ बाबा रईमला गांव का है। इनके कब्जे से मय कारतूस पिस्तौलें तथा हत्या में प्रयुक्त दो बाइक बरामद हुई है। चंदौली पुलिस रंजीव सिंह उर्फ गोलू उर्फ राजा पर 25 हजार और किश्लय कांत सिंह तथा अभिषेक पांडेय उर्फ बाबा पर 20 हजार रुपये का ईनाम घोषित की थी। चंदौली पुलिस को मुगलसराय में बीते 19 मई को हुई दिनदहाड़े निजी कंपनी के इंजीनियर सपन डे की हत्या में इनकी तलाश थी। वह हत्या रेलवे के कांट्रैक्टर राकेश सिंह उर्फ डब्बू सिंह ने कराई थी। मूलतः बिहार के कैमूर जिले के थाना दुर्गावती स्थित चहरिया का रहने वाला डब्बू सिंह निजी कंपनी तुआमैन इंजीनियरिंग लिमिटेड के प्रबंधन पर दबाव बना कर बैगन की मरम्मत का ठेका लेना चाहता था, लेकिन उसकी नजर में कंपनी के इंजीनियर सपन डे उसमें रोड़ा बन गए थे। तब उसने सपन डे की हत्या कराने की योजना बनाई और इसकी जिम्मेदारी जमानियां के रहने वाले इन तीनों बदमाशों सहित रजत सिंह पटेल उर्फ अन्ना निवासी हनुमानपुर कोतवाली मुगलसराय को सौंपी। हत्या के लिए इन बदमाशों ने मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के ही सचिन यादव तथा राजबहादुर यादव उर्फ मोनू यादव से रेकी कराई थी। चंदौली पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के वक्त रजत सिंह उर्फ पटेल भी पकड़ा गया जबकि डब्बू सिंह अंधेरे का लाभ उठा कर भागने में सफल रहा। उनकी निशानदेही पर घटना के लिए रेकी करने वाले दोनों बदमाश भी पकड़े गए हैं। यह भी इत्तेफाक है कि मुगलसराय के रेलवे डाउन यार्ड में हुई मुठभेड़ में चर्चित पुलिस इंस्पेक्टर तेजबहादुर सिंह भी शामिल रहे हैं। मालूम हो कि कुछ माह पहले वह गाजीपुर में तैनात थे और गाजीपुर में भी उन्होंने कई सरनामी बदमाशों को जेल भेजने का काम किया था। जमानियां के तीन कांट्रैक्ट किलर चंदौली पुलिस के हाथ लगने की चर्चा जमानियां सीओ रामबहादुर सिंह से की गई। उन्होंने इस कार्रवाई पर अनभिज्ञता जताई। उसके बाद वह अपने सर्किल के थानेदारों सहित गाजीपुर डीसीआरबी को भी इन बदमाशों के बाबत जानकारी जुटाने को कहे। उन्होंने कहा कि उन तीनों बदमाशों का गाजीपुर में किसी तरह की गतिविधि की फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। संभव हो कि यह सभी गाजीपुर के बाहर सक्रिय रहे हैं। उनका कहना था कि निश्चित रूप से चंदौली पुलिस की यह बड़ी कामयाबी है। ऐसे बदमाशों की जगह जेल ही है

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