गाज़ीपुर: परिवार परामर्श केंद्र गाज़ीपुर द्वारा पुलिस लाइन्स गाज़ीपुर के प्रांगण में अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत कुमार चौधरी की अध्यक्षता में कुल 16 परिवारिक विवाद प्रस्तुत हुए।
इनमें आरती देवी पत्नी सोनू राम निवासी महमूदपुर थाना नंदगंज गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति का अवैध संबंध पड़ोसी औरत से है। उसी के कहने पर वह आरती से हमेशा मारपीट करता रहता है। इसपर पति व ससुराल पक्ष के लोगों को समझाकर विदाई करवाई गई। मीना कुमारी पत्नी श्रवण कुमार निवासी कंवलपट्टी (शेखनपुर) थाना कासिमाबाद गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति दहेज में स्प्लेंडर मोटरसाइकिल न मिलने के कारण उसके साथ हमेशा मारपीट करते रहते हैं। इसपर पति व ससुराल पक्ष के लोगों को समझाकर विदाई करवाई गई। नीतू देवी पत्नी रामजन्म बिंद निवासी सब्बलपुर देवरिया की शिकायत थी कि उसके पति व ससुराल पक्ष के लोग जबरदस्ती उसके सभी आभूषण को अपने पास रखकर उसे मायके भेज दिए हैं। इसपर पति व ससुराल पक्ष दोनों को समझाकर उसके गहने को दिलवाकर विदाई करवाई गई। तृप्ति देवी पत्नी अंकित यादव निवासी उतरौली थाना रेवतीपुर गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति उसके साथ हमेशा मारपीट करते रहते हैं और उसके चरित्र पर शंका करते रहते है। इसपर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। शबाना परवीन पत्नी चांद बाबू निवासी स्टेशन रोड थाना कोतवाली सदर भदोही की शिकायत थी कि उसके पति बिना कारण ही उसके चरित्र पर शंका करते हैं और उसके साथ मारपीट करते रहते हैं। इसपर पति व ससुराल पक्ष के लोगों को समझाकर विदाई करवाई गई। प्रियंका गुप्ता पत्नी आकाश गुप्ता निवासी राजापुर थाना करीमुद्दीनपुर गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति सास और ननद के कहने पर उसके साथ हमेशा मारपीट करते रहते हैं। इसपर ननद, सास और पति को समझाकर विदाई करवाई गई। गीता पांडेय पत्नी चंदन पांडेय निवासी नैसारा थाना नंदगंज की शिकायत थी कि उसके पति हमेशा शराब पीकर उसके साथ मारपीट करते रहते हैं। वह पिकअप के ड्राइवर है जिसके चलते वह देर रात शराब पीकर घर आकर उससे मारपीट करते रहते हैं। इसपर पति व ससुर को समझाकर विदाई करवाई गई। प्रतिभा पासवान पत्नी सुनील उर्फ छांगुर निवासी इचौली थाना मोहम्मदाबाद गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति भसुर दोनों लोग मिलकर उसके साथ मारपीट करते रहते हैं। इसपर पति व भसुर को समझाकर दोनों की विदाई करवाई गई। रेशम देवी पत्नी अंगद चौहान निवासी पियरही थाना शादियाबाद गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति का संबंध उसके भवह से है जिसके कारण वह उसके साथ मारपीट करते हैं। जिसके बाद दोनों पक्षों को समझाकर विदाई करवाई गई। कुशलता के बाद दो प्रकरण को बंद कर दिया गया। दो पारिवारिक विवाद को विधिक कार्यवाही का सुझाव देते हुए मामले को बंद कर दिया गया। एक पारिवारिक विवाद के प्रकरण में एक पक्ष उपस्थित था जबकि तीन पारिवारिक विवाद के प्रकरण में दोनों पक्ष उपस्थित नहीं थे।
इन सभी प्रकरण के निस्तारण में सरदार दर्शन सिंह, सरिता गुप्ता, वीरेंद्र नाथ राम, सुनीता गिरी, आरक्षी आलेश कुमार, रोली सिंह, महिला होमगार्ड उर्मीला गिरी आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
