ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर-प्रचार,प्रसार व दिखावे से परे सिद्धपीठ भुड़कुडा़ मठ

गाजीपुर- टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रवचन देने वाले तथाकथित संत , धर्मगुरु और प्रवचनकर्ता बात करते हैं 5000 साल पहले की, लेकिन खुद के प्रयोग में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी वाली वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं। लाखों की महंगी घड़ी हाथ की कलाई में.. बातचीत करने के लिए आईफोन..घूमने फिरने के लिए करोड़ों की लग्जरी कार..लंबी यात्रा करने के लिए जेट विमान का इस्तेमाल करते है। रहन-सहन हेतु वातानुकूलित कमरा चाहिए। खास बात यह की इनके बाल बच्चे इंग्लैंड और अमेरिका में पढ़ते हैं। दिलचस्प बात यह कि इसका खर्चा भारत में जगह-जगह प्रवचन देकर निर्वहन करते हैं।
प्रवचन के दौरान कहते भी हैं इस दुनिया में कुछ भी नहीं है। कष्ट का कारण मोह और माया है। सबका त्याग करने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है। लेकिन प्रवचन के नाम पर इन्हें 10 से 20 लाख रुपए चाहिए !
मैं आपको उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के गाजीपुर जिले में जखनियां तहसील अंतर्गत सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ के बारे में स्व अनुभूति आधारित आभास करा रहा हूं । आप जब इस मठ से जुड़ जाएंगे तब से आपके जीवन के सभी प्रश्नों का उत्तर आप स्वयं से पाने में समर्थ हो जाएंगे।
सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ में बूला साहेब,गुलाल साहेब, भीखा साहेब, चतुर्भुज साहेब, नरसिंह साहेब , रामकुमार साहेब, रामहित साहेब ,जयनारायण साहेब, रामबरन साहेब, रामाश्रय साहेब समेत अन्य प्रसिद्ध तपस्वियों की आत्म शक्ति से जो भी भावपूर्ण जुड़ा है उसने स्वयं अनुभव और महसूस किया है। फकीरी या बांवरी गद्दी होने के कारण यहां पर आपको अपने अहम अभिमान को भूलकर मठ की गोधूलि को आत्मसात करना होगा यह ऐसा दरबार है जहां सब कुछ निशुल्क है।
इस सिद्धपीठ में जनता और जनार्दन सब के शीश स्वत: नतमस्तक हो जाते हैं।
समाधि स्थल के चारों ओर एक बृहद आभामंडल व्याप्त है जो अनंत ऊर्जा का स्रोत है। इस अनंत ऊर्जा से जिसने अपनी आत्म ऊर्जा को जोड़ा उसे फिर किसी और से जोड़ने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और उसके जीवन की सभी समस्याओं का सोता समाधान हो जाएगा और जीवन में खुशियों की उमंग को आनंद में बदलते हुए देर नहीं लगेगी।
वर्तमान महंत शत्रुघ्न दास जी महाराज दिव्य प्रकाश पुंज के रूप में सदेह आपको मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करते मिलेंगे।
(निरज सिह के फेसबुक वॉल से)