गाजीपुर-वर्ष 2009 में डॉ. अलका राय ने मदद के लिए बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से जेल खुद जाकर संपर्क साधा था। जिस बिल्डिंग में उनका अस्पताल चलता था,उस पर मुख्तार के लोग कब्जा करना चाहते थे। डॉ. अलका मुख्तार से मिलने जेल पहुंच गई और गाजीपुर की बेटी के रूप में अपना परिचय मुख्तार अंसारी को दिया। इस मुलाकात के बाद मुख्तार ने उसे बड़ी बहन कहा और अपने गुर्गों को उस बिल्डिंग की तरफ नहीं देखने का निर्देश दिया जिसमे डा०अलका का अस्पताल चलता था।डा०अलका भाई-बहन के इस रिश्ते को निभाने के लिए हर रक्षाबंधन पर मुख्तार अंसारी की कलाई पर चांदी की राखी बांधती थी।गाजीपुर के करइल क्षेत्र निवासी एयरफोर्स अधिकारी पिता सेवानिवृत्ति के बाद नोयडा मे मकान बनवा कर रहने लगे। मेडिकल की पढाई के दौरान ही डा०अलका की शदी देवरिया निवासी सैन्य आफिसर हुई।मास्टर आफँ सर्जन की पढाई के दौरान एक पुत्री पैदा हुई।नोयडा मे कुछ दिन प्रैक्टिस करने के बाद डा०अलका वर्ष 2002 में प्रैक्टिस के लिए मऊ के भीटी मे एक मकान किराए पर लिया। कुछ दिनों की प्रैक्टिस के बाद उनकी गिनती मऊ के अछे चिकत्सकों मे होने लगी।डा० ने वर्ष 2014 में घोषी लोकसभा से भाजपा से लोकसभा का टिकट भी मांगा था लेकिन नहीं मिला।एंबुलेंस प्रकरण के खुलासे और उसके जाँच के बाद जब बाराबंकी पुलिस ने डा०अलका,भाई शेषनाथ, राजनाथ यादव को गिरफ्तार किया तो मामला परत -दर-परत खुलने लगा।मंगलवार को डा०अलका व भाई शेषनाथ को कोर्ट मे पेस किया गया।मुजाहिद सहित अन्य आरोपी अभी फरार है।राजनाथ यादव कोरोना पाजटिव होने के कारण कोर्ट मे पेस नहीं किया गया।
