ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर- मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन,कई पुरस्कृत

गाजीपुर 17 अक्टूबर, 2024- राष्ट्रीय खाध सुरक्षा मिशन (न्यूट्री सीरियल-घटक) योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव मेला / जागरूकता कार्यक्रम एवं मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन आज दिनांक 17.10.2024 को कृषि विज्ञान केन्द्र पी0जी0कालेज में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सरिता अग्रवाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद गाजीपुर द्वारा बताया गया कि श्री अन्न या मिलेट्स मे खनिज लवण फाइबर व अन्य प्रमुख पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं। इसका सेवन अपने खान पान में अवश्य करना चाहिए। आज की भाग दौड़ व आधुनिकता की जीवन में शुगर जैसी बीमारिया आम हो गयी है ऐसे मे श्री अन्न का सेवन हमे स्वस्थ रखता है। पाचन सम्बन्धी बीमारिया दूर करता है तथा शुगर के मरीजो के लिए भी उत्तम साबित होता है। जनपद में इसकी खेती का भरपूर भविष्य है। किसानो को इसकी खेती के लिए आगे आना चाहिए जिला विपणन अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद मे बाजरा के अच्छे मूल्य प्राप्त करने के लिए 06 क्रय केन्द्र करण्डा, नन्दगंज, सादात जमानियां, यूसुफपुर मंडी, करीमुददीनपुर मंडी प्रस्तावित है। बाजरे की खरीद के लिए किसान समय से अपना पंजीकरण करा ले बाजरे का समर्थन मूल्य सरकार द्वारा रू0 2625 प्रति कुन्तल प्रस्तावित किया गया है। कार्यक्रम में श्री अन्न से निर्मित रेसिपी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता मे कई प्रतिष्ठानो एफ०पी०ओ० द्वारा विभिन्न प्रकार के व्यंजनो को बनाया गया था जिसमे बाजरा सावां के खीर बाजरे की बिस्किट, केक, नमकीन, खिचडी इत्यादि सम्मिलत था प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार महर्षि कण्व फा०प्रो०क० (रामधारी प्रोडक्शन) को प्राप्त हुआ वहीं दूसरा पुरस्कार लहुरी काशी वुमेन फार्मर प्रो०क० के अध्यक्ष श्रीमती अंजू चतुर्वेदी को प्राप्त हुआ और तीसरा पुरस्कार स्वामी सहजानन्द फार्मर प्रो०क० को प्राप्त हुआ । उप कृषि निदेशक गाजीपुर द्वारा किसानो से पराली न जलाने की अपील की गयी बताया कि पराली से उच्च गुणवत्तापूर्ण खाद तैयार कर किसान अपनी खेत की उर्वरकता बढाये । पराली को खेत में ही प्रबन्ध करे, खेत में ही मिट्टी पलट हल से पलट दे तथा यूरिया का छिडकाव कर दे जिससे पराली आसानी से सड कर खाद मे परिवर्तित हो जाती है। कृषि वैज्ञानिक डा० वी० के० सिहं० डा० धर्मेन्द्र कुमार सिह डा० जे०पी० सिहं द्वारा श्री अन्न की वैज्ञानिक खेती की विस्तृत जानकारी दी गयी वहीं रागिनी दूबे द्वारा श्री अन्न के विभिन्न रेसिपी को बनाने के तरीको को बताया गया कार्यक्रम में पशुपालन मत्स्य, गन्ना, उघान व अन्य विभागो के साथ -साथ प्राइवेट संस्था के द्वारा विभिन्न स्टाल भी लगाये गयें।