ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर- मृत मिला डाल्फिन शिशु, गंगा प्रहरियों में रोष

गाजीपुर- गंगा नदी में पटना गांव (औड़िहार)के किनारे मंगलवार की सुबह डॉल्फिन मछली का एक मृत शिशु मिलने से मछुआरों में खलबली मच गई। पिछले चार साल से पटना में गंगा घाट के आसपास सैकड़ों की संख्या में डॉल्फिन मछलियों का उछलकूद जारी है। यहां का शांत सुरम्य वातावरण शांति प्रिय गंगा गाय रूपी डॉल्फिन को बहुत पसंद है। इस जगह को डॉल्फिन संरक्षण केंद्र बनाने के लिए वन विभाग सहित देहरादून की जलीय वन्य संरक्षण समिति भी कई बार दौरा कर इसे सुरक्षित एवं संरक्षित करने का अपील कर चुका है। जिला प्रशासन की घोर लापरवाही और अनदेखी से यहां के जलीय डॉल्फिन मछलियों का जीवन खतरे में पड़ गया है। डॉल्फिन शिशु का शव मिलने के घण्टों बाद तक वन विभाग की निष्क्रियता से थक हार कर नाविकों ने उसे गंगा की धारा में प्रवाहित कर दिया। तटवर्ती नाविकों का कहना है कि इसके पूर्व भी एक डॉल्फिन का शव कुत्तों और जानवरों ने नोच नोच कर नष्ट कर दिया था। डॉल्फिन संरक्षण केंद्र न बनाये जाने व मृत डॉल्फिन का पोस्टमार्टम न हो पाने से पशुप्रेमियों में घोर नाराजगी व्याप्त है। पशु प्रेमियों का कहना है कि वन विभाग एवं जिला प्रशासन की लापरवाही से यहां डॉल्फिन मछलियों की जान खतरे में है। इस शिशू डॉल्फिन के शव का पोस्टमार्टम किया जाना बहुत जरूरी था। जिससे यहां के अन्य मछलियों में किसी प्रकार के  बीमारी के फैलने की जानकारी मिल जाती। सैदपुर के वन रेंजर श्यामनारायण उपाध्याय ने बताया कि गंगा प्रहरियों से डॉल्फिन मछली मरने की सूचना मिली। हम लोगों के पहुचने तक नाविकों ने उसे जलसमाधि दे दी थी।