ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर- सांसद बनने के बाद भी वही सरलता और सौम्यता

गाजीपुर- आज एक मित्र के कार्य से राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत के छावनी लाईन स्थित आवास पर जाने का मौका मिला। मैंने डॉक्टर संगीता बलवंत से कहा कि मैं आपको मंत्री जी कंहू, सांसद जी कहूं या डॉक्टर साहब तो राज्यसभा सांसद डॉक्टर संगीता बलवंत ने बड़ी ही सादगी और सौम्यता के साथ मुस्कराते हुए कहा कि आप बड़े भाई हैं, आपको जो अच्छा लगे वही संबोधन दीजिए।तब मैंने सांसद डॉ संगीता बलवंत से कहा कि मेरे लिए तो डॉक्टर शब्द ही अच्छा है। इस पर मुस्कुराते हुए सांसद ने कहा कि अगर डॉक्टर शब्द ही आपको अच्छा लगता है तो आप इसी शब्द से मुझे संबोधित करें, मुझे कोई आपत्ति नहीं है ।इसके बाद शिष्टाचार बस सांसद ने अपने आवास पर आए हुए जनपद के तमाम लोगों को मीठे से जलपान कराया। वही हमारे बगल में बैठे मेरे सहपाठी और मित्र रामानुज राय ने कहा की डॉक्टर के साथ आपकी एक फोटो हो जाए। मैंने कहा मुझे कोई आपत्ति नहीं है ।मुझे लगा कि शायद रामानुज राय के दिमाग में मेरे पूर्व के एक माननीय के संबंध की बात रही होगी और उन्हें भरोसा रहा होगा कि मैं डा०संगीता बलवंत के साथ फोटो नहीं खिंचाऊंगा, लेकिन वर्ष 2016 से जब से मैंने गाज़ीपुर टुडे नमक न्यूज़ पोर्टल चलाना शुरू किया तभी से मैंने अपने आप को किसी माननीय के साया या बंधन से मुक्त कर लिया।खैर मित्र और सहपाठी रामानुज राय के कहने पर सांसद संगीता बलवंत के बगल में दोनों मित्र खड़े होकर साथ गए बच्चे विक्की के मोबाइल से फोटो खिंचवाया और दुआ सलाम करते हए चलते बने। पहले भी सांसद से कई मुलाकात हुई है लेकिन विधायक, मंत्री और सांसद होने के बाद भी डॉक्टर संगीता बलवंत के सौम्यता, सहजता और व्यवहार कुशलता में इन पदों को लेकर कभी कोई गुरुर, अहंकार या दिखावा नहीं दिखाई दिया।