ग्रामीण बैंक कर्मियों के हडताल से अरबों का कारोबार ठप्प

काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक के कर्मियों का यूनाइटेड फोरम आफ आरआरबी यूनियन के आह्वान पर मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहा। जिले के सभी 67 शाखाओं में तालाबंदी रहा। ग्रामीण बैंक के कर्मियों के हड़ताल से अब तक करीब 90 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। ग्रामीण बैंक के कर्मियों का हड़ताल 28 मार्च दिन बुधवार को भी जारी रहेगा। बड़ीबाग स्थित काशी गोमती क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक पर कर्मचारी उपस्थित रहे और अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी किया।

केंद्र सरकार के ग्रामीण बैंक कर्मियों के मांगों को पूरा करने में नकारात्मक रुप का पूरजोर विरोध किया। सभी बैंक कर्मियों ने पेंशन निजीकरण, मृतक आश्रित, कम्प्यूटर एलाउंस, दैनिक मजदूरी भत्ता एवं नियमीतिकरण एवं वार्ता के लिए संवाद फोरम संबंधित मांगों को केंद्र सरकार से अविलम्ब पूरा करने की मांग किया। उधर ग्रामीण बैंक कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिले की 67 ग्रामीण बैंकों की संख्याओं में लाखों की संख्या में उपभोक्ता हैं। जहां पर रोजाना अपनी जरूरत के मुताबिक पैसे का आहरण किया जाता है। बैंकों पर ताले लटकने के कारण निराश होकर उपभोक्ता घर लौट आए। कई उपभोक्ता तो उधार लेकर काम चलाए। उपभोक्ताओं का कहना है कि बैंकों की हड़ताल से हम लोगों का कारोबार चौपट हो रहा है। इस पर सरकार को कोई ठोस निर्णय लेना चाहिए। धरने को बीके सिंह, वरिष्ठ कवि दिनेश चंद्र शर्मा, ओएन प्रधान, राम वचन प्रसाद, एसएस यादव, राज नारायण सिंह, पीएन सिंह, नजीबुल्ला, रमेश श्रीवास्तव ने संबोधित किया। इस मौके पर जर्नादन राम, लालबहादुर राम, नागराजन वरिष्ठ प्रबंधक, अवधेश कुशवाहा वरिष्ठ प्रबंधक, एपी श्रीवास्तव प्रबंधक, बृजमोहन, नवींदु कुमार समेत भारी संख्या में शाखाओं एवं क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी धरने में उपस्थित रहे।

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