जेल में निरूद्ध बंदियों की भला किसे है फिक्र ?
गाजीपुर – जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर एवं स्वास्थ्य विभाग गाजीपुर के संयुक्त तत्वाधान में आज 24 मार्च को कारागार में निरूद्ध बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु एक
शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का औपचारिक शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा
अधिकारी एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पूर्वान्ह में किया गया है। इस स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में दस विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं सहयोगी की टीम गठित की गयी है । जिनका मुख्य उद्देश्य विचारधीन बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें उचित चिकित्सकीय परामर्श देना एवं उनके
रोगों का निःशुल्क उपचार करना है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु जिला जेल में नियमित रूप से चिकित्सक उपस्थित रहेगे। जो दिन प्रतिदिन आवश्यक जाच कर बंदियों को परामर्श व दवायें
उपलबध कराते रहेगें। विशेष परिस्थिति में जेल प्राधिकारियों के आग्रह पर बंदियों का इलाज नियमानुसार जिला अस्पताल अथवा अन्यत्र किया जाता है।उनके द्वारा अवगत कराया गया कि माननीय उच्चतम् न्यायालय के आदेशों के
परिपेक्ष्य में प्रतिमाह चिकित्सकों की एक टीम बन्दियों का स्वास्थपरिक्षण करता है। आज आयोजित मेडिकल परीक्षण शिविर को मेगा शिविर बताते हुए उन्होने सूचित कि यह चिकित्सकीय परीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के साथ समन्वय स्थापित कर आयोजित किया गया है। इस अवसर पर सचिव/मुख्यन्यायिक दण्डाधिकारी, गाजीपुर द्वारा बताया गया कि न्यायालय दायित्वाधीन
है कि वह अपने बंदियों के अन्य आवश्यकताओं के साथ स्वास्थ का समय समय पर उनकी
देख भाल का यथोचित निर्देश दे। इसी क्रम में आज यह स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया गया है, जिसमें सामान्य शारीरिक परीक्षण के साथ विशेष शारीरिक जाच यथा चर्मरोग, हृदयरोग, अस्थि रोग, पेट से सम्बन्धी रोग,आँख, नाक, गला सम्बन्धी रोग की भी जाँच की जायेगीं । उनके द्वारा यह भी बताया गया कि आने वाले समय में नियमानुसार सुरक्षोपाय के उद्देश्य से बन्दियों एच.आई.बी. टेस्ट भीकिया जायेगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए जेल अधीक्षक ने आशा व्यक्त की कि ऐसे स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के आयोजित होने से बन्दियों को नियमित इलाज होता रहेगा।
एवं उन्हें प्राप्त स्वास्थ्य लाभ से जेल प्रशासन को कठिनाईयों का सामना नहीं करना पड़ेगा। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का उद्देश्य समस्त पुरूष एवं महिला बन्दियों के स्वास्थ्य सम्बन्धी शिकायतों का निदान करना है, उन्हे दवाईया मुहैया कराना है एवं समुचित परीस्थिति में उनके खुन आदि की जाँच कर अन्य विशेषज्ञो को अपना परामर्श भी देना है। आज प्रारम्भ में शिविर का उद्देश्य सभी बंदियों का परीक्षण करना है। कतिपय परिस्थितियों में आज जाॅच पूर्ण न होने पर परीक्षण का कार्यवाही अगले दिन सम्पन्न की जायेगी। मुख्य न्यायिक
दण्डाधिकारी, गाजीपुर श्री सत्यजीत पाठक द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समस्त चिकित्सकों, कर्मचारियों एवं जेल प्राधिकारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आश्वस्त किया गया कि शीघ्र ही अत्याधुनिक चिकित्सकीय
मशीनों की सहायता से भी बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा ।