जौनपुर: पत्रकार को मरणासन्न करने वाले पुलिस पकड़ से महफूज क्यों ?
जौनपुर : सोमवार को शहर के पार्थ अस्पताल के प्रख्यात आर्थोपेडिक सर्जन डॉ सुभाष सिंह ने पत्रकार खुर्शीद अनवर खान के दोनों पैर का लगभग तीन घंटे में सफल ऑपरेशन किया ।अब दोनों हाथ का ऑपरेशन 27 नवम्बर को होगाl खुर्शीद ने भडास 4 मीडिया से बातचीत में कहा कि घटना के आरोपी कांग्रेस नेता नदीम जावेद दम्पति ने जिले की पुलिस को मैनेज करने के लिए नोटों की थैली खोल दी है। इसीलिए तीन माह पूर्व से दर्ज मुकदमे में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई तो 22 नवम्बर को मुझपर हुए जानलेवा हमले में किसी अपराधी के गिरफ्तारी की उम्मीद कैसे की जा सकती है!
विदित हो कि 22 नवम्बर 2024 की शाम करीब पांच बजे खेतासराय थाना क्षेत्र के पारा कमाल गांव निवासी पत्रकार खुर्शीद अनवर खान पर उन्हीं के गांव के निकट रेलवे क्रासिंग के पास आधा दर्जन असलहाधारी बदमाशों ने हमला करके मरा समझकर नाले में फेंक दिया था। जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद हायर सेंटर को रेफर कर दिया तो परिजनों ने शहर के पालीटेक्निक चौराहा स्थित पार्थ अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उनके बेहतर ईलाज में सहयोग के लिए पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने अपने सहयोगी नवीन सिंह को लगा दिया है। खुर्शीद के सहयोग में जिले के पत्रकार, समाजसेवी व गणमान्य भी लगे हैं। उनके पैर का आज सफ़ल ऑपरेशन होने के बाद लोगों में खुशी और परिजनों को राहत ली है।डॉ सुभाष सिंह के मुताबिक इनके दोनों हाथ का ऑपरेशन 27 नवम्बर को होगा।
ऑपरेशन के बाद शाम को भडास 4 मीडिया संवाददाता से बातचीत में पत्रकार खुर्शीद अनवर खान ने जिले के पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया कि पहले हमले के बाद करीब दो महीने से कांग्रेस नेता नदीम जावेद दम्पति ने एक दर्जन भाड़े के अपराधियों को मेरे पीछे लगा रखा है।ऐसा इसलिए किया क्योंकि नदीम जावेद द्वारा 85 लाख की बड़ी ठगी का खुलासा 26 नवम्बर को खुर्शीद करने वाले थे।खुर्शीद से वह लोग भी मिले जो सरकारी नौकरी के लिए नदीम जावेद को लाखों रुपये दिये थेl कुल सात लोगों से नदीम ने हरियाणा में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 85 लाख ठग लिया है लेकिन वहां कांग्रेस की सरकार ही नहीं बनी तो पैसे देने वालों से नदीम जावेद दम्पति ने संपर्क काट लिया। इसी खुलासे के डर से नदीम जावेद और उनकी पत्नी आसमा नदीम ने भाड़े के अपराधियों से हमला कराया और पुलिस प्रशासन पर लाखों खर्च करके उन्हें अपने पक्ष में मैनेज कर लिया है।(कैलाश सिंह के फेसबुक वॉल से)