डा०के अमानवीय व्यवहार से सभी अवाक

गाजीपुर – जिलाधिकारी के बालाजी के आदेश पर जमानिया के उपजिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमानिया पर जाँच करने पहुंचे और वहां के लोगों से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार के दिन खुले आसमान के नीचे प्राइवेट चिकित्सक द्वारा इलाज करने के मामले में जिलाधिकारी गाजीपुर का आदेश मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग में बेचैनी और बौखलाहट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार की सुबह करीब 7:00 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अपनी माता का इलाज कराने पहुंचे लोदीपुर मोहल्ला निवासी मोहम्मद कैफ और उनके मित्र पीयूष कुमार गुप्ता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर रुद्रकांत सिंह ने यह कहते हुए वापस कर दिया कि जाओ पहले मिडिया से परमिशन लेकर आओ, उसके बाद इलाज किया जाएगा । डॉक्टर की बात सुनकर सीधे-साधे बालक अपनी माता की खराब तबीयत को देखते हुए मोहम्मद कैफ ने अपने मित्र पीयूष के साथ सीधे मीडिया कर्मी के घर पहुंचे और पूरी बात बताई, जिस पर मीडिया कर्मी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी अनिल कुमार से मोबाइल से वार्ता करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया, जिसके बाद बालक वापस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लौट गए । इसके बाद सवाल यह उठता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डा०रुद्रकांत सिंह ने आखिर मीडिया कर्मी के पास बालकों को क्यों भेजा ? क्या वह अपनी महत्ता का एहसास कराना चाह रहे थे या मीडिया द्वारा चलाई जा रही” खुले आसमान के नीचे इलाज ” के मामले में कटघरे में खड़ा करना चाह रहे थे । इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी माता के इलाज के लिए पहुंचे बालकों के साथ यह व्यवहार डॉक्टरों की खूब किरकिरी कर रही है।