गाजीपुर-खानपुर थानाक्षेत्र के जल्दीपुर,बिझवल,नेवादा इन तीन गांवों में अनुसूचित जाति, पाल, राजभर, यादव, मुसहर व दो क्षत्रिय परिवारों को ईसाई धर्म प्रचारकों ने पैसे का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करवा दिया है। इसके बाद उन्होंने अपने घरों में रखे गए देवी-देवताओं की प्रतिमा आदि को हटाकर ईसा मसीह की तस्वीर के साथ घर के बाहर क्रॉस लगा दिया है। गांव के कुछ बुद्धजीवी इन बस्तियों से गुजरे तो घरों के सामने क्रॉस देखकर उनका माथा ठनका। उन्होंने कुछ लोगों से चर्चा की लेकिन प्रशासन को सूचना नहीं दी। ईसाई धर्म स्वीकार करने वाले जल्दीपुर गांव निवासी गुड्डू राम ने बताया कि पहले हम जौनपुर स्थित चंदवक के भूल्लनपुर में प्रार्थना सभा में जाते थे। दूरी ज्यादा होने के कारण महिलाएं नहीं जा पाती थी। वहां सरकार द्वारा प्रार्थना सभा बंद करवा दी गई। इसके बाद ईसाई धर्म प्रचारकों से बात करके फादर फास्टर के नेतृत्व में अपने गांव में ही प्रार्थना सभा शुरू कर दिया। यहां भी प्रत्येक रविवार को प्रार्थना सभा होने लगी। जल्दीपुर के रामसमुझ पाल, राधे राजभर, महेंद्र राजभर, बिझवल के रामजीत यादव, रमेश वनवासी, तूफानी वनवासी, नेवादा के मन्टू सिंह आदि समेत करीब 30 परिवारों ने धर्म परिवर्तन करना स्वीकार किया है।
