दबंगों के दबाव में पुलिस, क्या दलित पीडिता को न्याय दिला पायेगी ?

गाजीपुर – भाजपा के लोग एक ओर दलितों के घर जाकर उन्हें गले लगा रहे हैं। उनके साथ भोजन कर रहे हैं और दूसरी ओर उनकी सरकार का सिस्टम पीड़ित दलितों की दर्द और आह को अनसुना कर रहा है। कम से कम गाजीपुर की तो यही स्थिति है। ऐसा ही मामला थाना बिरनो के चक कपिल गांव का है। बीते 11 जून की शाम एक कनौजिया परिवार की लड़की को दबंग युवक रास्ते में जबरिया रोके और उस पर अश्लील फब्तियां कसने लगे। जब लड़की ने विरोध किया तो उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दिए। सूचना मिलने पर लड़की का भाई मौके पर पहुंचा। उसने टोका तो वह दबंग युवक उसे भरहिक पीटे। किसी तरह भाई-बहन घर लौटे। उसी बीच वह दबंग युवक उनके घर पर धावा बोल दिए। लड़की के मां-बाप सहित भाइयों को हमला कर लहूलुहान कर दिए। इस मामले में बिरनो पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर मामला दर्ज किया। उसमें चक कपिल सहित पांडेयपुर राधे गांव के कुल आठ दबंग युवकों को नामजद किया गया लेकिन पुलिस उन्हें आज तक गिरफ्तार नहीं की। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस मामले में वह पुलिस कप्तान से भी मिले थे। बावजूद दबंग युवक गांव में खुलेआम घूम रहे हैं और उन पर समझौता का दबाव बना रहे हैं। इसके एवज में 80 हजार रुपये देने का भी लालच दे रहे हैं। साथ ही धमकी दे रहे हैं कि अगर समझौता नहीं किए तो फिर पूरे परिवार का सफाया कर दिया जाएगा। दबंगों के इस हरकत और पुलिस की उदासीनता से पीड़ित परिवार दहशत में हैं। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने जानबूझ कर एफआईआर में मामूली धारा लगाई। एसएचओ बिरनो धर्मवीर सिंह ने पीड़ित परिवार के इस आरोप की एक तरह से पुष्टि करते हुए कहा कि एफआईआर में शामिल धाराओं में सात साल से कम कैद की सजा का प्रावधान है। लिहाजा अभियुक्तों की फौरी गिरफ्तारी नहीं हो सकती। बताए कि पूरे मामले की विवेचना सीओ कासिमाबाद डॉ.कृष्णकांत सरोज कर रहे हैं। रही बात पीड़ित परिवार को जान से मारने की मिली धमकी की तो इस मामले में मुख्य अभियुक्त के पिता पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। उधर सीओ कासिमाबाद ने बताया कि मामले की विवेचना चल रही है। पीड़िता का बयान लिया जाना है। सीओ कासिमाबाद के बयान से भी यही अंदाजा लगता है कि इस अति गंभीर मामले में कार्रवाई को लेकर पुलिस कितनी सुस्त है। सात दिन गुजरने के बाद भी पीड़िता का बयान अभी तक नहीं हुआ है। पीड़ित परिवार कनौजिया है जबकि नामजद अभियुक्तों में भोला यादव, सचिन यादव, कल्पनाथ यादव, पप्पू यादव निवासी चक कपिल और वेदप्रकाश राजभर, हरेराम राजभर व संजय राजभर पांडेयपुर राधे गांव के रहने वाले हैं।