दर्शन दुर्लभ लेकिन बेतन हर माह खाते में

गाजीपुर- ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से न्याय पंचायत स्तर पर 55 न्यू पीएचसी स्थापित की गई। जिस उद्देश्य से इसकी स्थापना हुई। वह उद्देश्य पूरा होना तो छोड़िए तैनात चिकित्सकों की मनमानी ने विभाग और शासन की मंशा पर सीधा पानी फेर दिया है। न्यू पीएचसी शेरपुर कला पर एक चिकित्सक और एक टेक्निशियन की तैनाती की गई है, लेकिन आज तक चिकित्सक का दर्शन तक ग्रामीणों ने नहीं किया। सिर्फ लैब टेक्निशियन द्वारा दो घंटे अस्पताल खोला जाता है। उस समय अगर कोई मरीज दवा लेने पहुंचता है तो उससे पैसा लेकर साधारण बीमारियों की दवा दी जाती है। गांव के पूर्व प्रधान लल्लन राय, डॉ. रमेश राय, ओम प्रकाश, लक्ष्मण राय, महेंद्र यादव, आशीष कुमार वर्मा, सुरेश यादव, राघवेंद्र उपाध्याय, अवधेश राय, रामाशंकर राजभर, सुरेश राय, मिथलेश राय, विजय शंकर राय, स्वदेश राय, सुभाष चौधरी ने बताया कि आज तक तैनात चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार सिंह दिखाई ही नहीं पड़े। शिकायत करने पर विभाग के अधिकारियों द्वारा यह बताया जाता है कि चिकित्सक का पद रिक्त है। चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिलने पर ग्रामीणों को10 किलोमीटर की दूरी कर मुहम्मदाबाद नहीं तो 30 किलोमीटर दूरी तय कर जिला अस्पताल की शरण लेनी पड़ती है। इस संबंध में सीएमओ डॉ. जीसी मौर्या ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर चिकित्सक पर कार्यवाई करते हुए स्थानांतरण किया गया, लेकिन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के दबाव में पुन: उनकी तैनाती शेरपुर कला गांव के न्यू पीएचसी पर ही करना पड़ा ।