दिल्ली:यह बजट टार्गेटेड बजट है,फोकस है उनपर जो सम्पन्न, पूंजीपति है -अखिलेश यादव

दिल्ली:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज संसद में बजट पर अपने सम्बोधन में कहा है कि यह बजट टार्गेटेड बजट है। फोकस है उनपर जो सम्पन्न है, पूंजीपति है। इस बजट में विकसित भारत का कोई रोड मैप नहीं दिख रहा है। बजट में पीडीए के उत्थान के लिए कुछ नहीं है। सरकार बताए कि देश की जीडीपी क्यों गिर रही है। रुपया डॉलर के मुकाबले क्यों गिर रहा है। ग्रोथ रेट कम हो रही है। ग्रोथ रेट कम होने का कारण निवेश और उपभोग की कमी है।
सरकार डिजिटल इंडिया का बहुत प्रचार कर रही थी। आज साइबर अपराध डिजीटल अरेस्ट की घटनाएं बहुत बढ़ गयी है। डिजीटल अरेस्ट के माध्यम से लाखों करोड़ों रूपये लूटा जा रहा है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? डिजिटल इंडिया करते-करते साइबर अपराध कितना बढ़ गया।
देश की जीडीपी ग्रोथ क्यों गिर रहा है। रूपया डालर के मुकाबले क्यों कम हो रहा है। यह देश की आर्थिक विकास की स्थिति पर प्रश्नचिह्न लगाता है। देश में भेदभाव बढ़ता जा रहा है। मुट्ठीभर लोगों के पास पूरे देश की सम्पदा पहुंच गयी। देश में ज्यादा लोग गरीब है। उनके जीवन यापन के लिए 80 करोड़ लोगों को राशन बांटना पड़ रहा है। क्या यही विकसित भारत की तस्वीर है। सरकार बताए कि जिन परिवारों को राशन दे रहे हैं उनकी पर कैप्टिल इनकम क्या है।
छत्तीसगढ़ में एक बुजुर्ग महिला ने बकरी बेचकर शौचालय का निर्माण कराया। प्रधानमंत्री जी ने उसे सम्मानित किया था, सवाल यह है कि आखिर बकरी बेचकर शौचालय क्यों बनवाना पड़ा। इसका मतलब यह है कि इस सरकार की बनायी स्कीम जमीन पर नहीं पहुंच रही है। उसके लिए पर्याप्त पैसा नहीं है। यह सरकार की जिम्मेदारी है, पैसा क्यों नहीं पहुंच रहा है। अब तक यह सरकार डबल इंजन का प्रचार करती थी, लेकिन लगता है कि डबल इंजन ने धोखा दे दिया इसलिए अब चार इंजन की बात कर रही है।
उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार डबल ब्लंडर कर रही है। चार इंजन की सरकार में पहला इंजन कृषि और किसान है लेकिन आज तक किसान की आय दोगुनी नहीं हुई। किसान आंदोलन कर रहे हैं। सरकार के पास किसान की आय दोगुनी करने का कोई रोड मैप नहीं। एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर हजारों किसानों की जान चली गयी। लेकिन आज भी एमएसपी की गारंटी नहीं मिल पायी। किसानों को स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार मदद नहीं दे रहे है। दलहन, तिलहन को बढ़ावा देने का मिशन अधूरा है। अभी तक दलहन तिलहन आयात करना पड़ रहा है।
सौ जिलों के लिए घोषित प्रधानमंत्री धन धान्य योजना के लिए बजट नहीं है। किसानों की खराब आर्थिक स्थिति दर्शा रही है कि हमारा किसान गरीब है। सरकार ने फसल बीमा योजना का बहुत प्रचार किया लेकिन आंकड़े बताते है कि क्लेम 3 फीसदी से ज्यादा नहीं पहुंच पाया। कर्ज के कारण किसान आत्महत्या कर रहा है।
देश में कर्ज से दबे लाखों किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। सरकार समय-समय पर बड़े-बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ करती है। किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए। उन्हें कर्ज से मुक्ति दिलाना चाहिए। क्लाइमेट चेंज का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ता है। सरकार बताए कि उसके पास क्या रोड मैप है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि जीएसटी को लेकर सरकार बहुत प्रचार करती है। जीएसटी की विसंगतियों के कारण व्यापार प्रभावित होता है, व्यापारी उलझा हुआ है। जब तक व्यापारी समझ पाता है तब तक सरकार जीएसटी और तरीका बदल देती है। किसानों के जितने कृषि यंत्र हैं उन पर 18 फीसदी जीएसटी लिया जा रहा है। अगर विकसित भारत बनाना है तो कृषियंत्रों पर जीएसटी जीरो फीसदी होना चाहिए।
श्री अखिलेश यादव ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा कि असली तरक्की है, वही जो हर फर्क मिटाती है। जो हर तरफ खुशहाली के गुलशन खिलाती है।