दो शाल ,चार शाल का जश्न और मिडिया की बल्ले-बल्ले

लखनऊ-एक तरफ केन्द्र मे सत्तारूढ़ भाजपा सरकार अपने दो शाल के कार्यकाल के उपलब्धियो का मिडिया के माध्यम से प्रचार
-प्रसार कर के इतरा रही है तो दुशरी तरफ उत्तर प्रदेश मे सत्तारूढ़ समाज वादी सरकार अपने चार शाल के कार्यकाल का मिडिया मे जोर -शोर से प्रचार-प्रसार मे लगी हुई है ।उत्तर प्रदेश की जनता केन्द्र मे सत्तारूढ़ भाजपा और प्रदेश सत्तारूढ़ सपा के नौटंकी को उबी हुई नजरो से देख रही है। भाजपा और मोदी समर्थक अपने पार्टी के पक्ष मे तर्क दे रहे है कि अब तक मोदी सरकार मे कोई घोटाला नही हुआ और दुशरी तरफ अखिलेश और सपा समर्थक तर्क दे रहे है कि अखिलेश के नेतृत्व मे उत्तर प्रदेश ,उत्तम प्रदेश बन रहा है। जनता की समस्या जैसे कल थी वैसी आज भी बनी हुई है।आंकड़ों की बाजीगरी से केन्द्र और प्रदेश सरकार पता नही अपना मन बहला रही है या जनता का ,राम जाने । जहाँ तक मिडिया का सवाल है तो मिडिया प्रिंट हो या इलेक्ट्रॉनिक हजारों करोड़ का विज्ञापन ले कर मस्त है। मिडिया का तो सिद्धांत है वर मरे या कन्या पंडित जी को दक्षिणा से काम है ।