गाजीपुर- 8 नवम्बर की रात्री से माँ० नरेन्द्र मोदी जी ने 1000 व 500 रूपए बन्दी की घोषणा कर के भारत सहित पुरे दुनिया के लोगों व राजनितिज्ञो को चौका दिया। प्रधानमंत्री मोदी के नोट बन्दी से तो सभी सहमत है लेकिन नोट बन्दी के बाद लोगो को होनेवाली समस्याओं और उनके समाधान पर बिना बिचार किये ही फैसला लागू करने पर , देश के जाने माने अर्थशास्त्रीयो सहित आम लोग भी नाराज है। गाजीपुर के शहरी बैंक के खाताधारको को तो उनके खातो से येन केन प्रकारेण पैसा मिल जा रहा है लेकिन ग्रामीण बैक के खाताघारक और ग्रामीण क्षेत्र मे स्थित राष्ट्रीयकृत बैक की साखाओं मे नकदी के अभाव ने ग्रामीणों के धैर्य का बाँध अब तोड़ रहा है। मखदुमपुर मे ग्रामीणों ने सैदपुर-चिरैयाकोट मार्ग जाम कर दिया, देवकली मे ग्रामीणों ने गाजीपुर-वाराणसी मार्ग जाम कर दिया। मलिकपुरा मे ग्रामीणों ने बैक कर्मचारियों को बैंक के अन्दर कर के तालाबंन्द कर दिया। काशी गोमती क्षेत्रीय बैक के प्रबंधको व कर्मचारीयो ने यूबीआई के महुआ बाग स्थित कैरेंसी चेस्ट पर जम कर बवाल काटा ।
