फर्जी क्षात्र संख्या के सहारे परिषदीय प्राथमिक शिक्षा

गाजीपुर-बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल मे क्षात्रो की संख्या

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न के बराबर है लेकिन अभिलेख कही 30 बच्चे तो कही 70 बच्चे दर्ज है लेकिन मौके पर जा कर देखने पर पता चलता है कि कीसी क्लास 3 बच्चे तो किसी क्लास मे 5 बच्चे ही उपस्थित है । बच्चों की अनुपस्थिति पर जब शिक्षक,शिक्षिकाओ या प्रधानाध्यापक से पुछने पर हस कर कहते है कि ” बच्चे जब स्कूल नही आये तो हम क्या करे “।
प्राथमिक शिक्षा का एक पहलू यह भी है कि एक ही बच्चे का दो जगह नामांकन ,बगल के प्राईवेट स्कूल मे बच्चा नाम लिखा कर मजे से पढाई कर रहा है और उसी का परिषदिय प्राथमिक स्कूल मे लगातार नामांकन भी है।
मिडेमिल का खेला भी बडा रोचक है , सायद ही कीसी प्राथमिक स्कूल पर 70 या 80 बच्चे मिडेमिल मे भोजन करते होगे,लेकिन रोज 70-80 बच्चो का भोजन बनना कागजो पर फर्जी दिखाया जाता है।
नियुक्त और ट्रॉस्फर का खेल भी कम मजेदार नही है 25000/दो और मनचाही जगह स्थानांतरण करालो ,भले ही उस स्कूल पर पहले से ही मानक से अधिक शिक्षक तैनात हो कोई परवाह नही है।

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