बैंकों मे कैश की किल्लत ने लिया बृद्ध की जान
गाजीपुर-भुड़कुड़ा कोतवाली स्थित स्थानीय कस्बा के भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में बुधवार को अपने खाते से पैसा निकालने के लिए कतार में खड़े एक वृद्ध अचेत होकर गिर गए। जानकारी होते ही पुलिस ने अचेत वृद्ध को इलाज के लिए सीएचसी भेजा जहां से चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल ले जाते समय वृद्ध ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
नसरतपुर धिरजी गांव निवासी सलामत राम (66) अपने पुत्र विनोद और पुत्री सीमा के साथ स्टेट बैंक अपने खाते से पैसा निकालने के लिए कतार में खड़े थे। कतार में खड़े आगे के खाताधारकों ने ने शोर मचाया कि आज भी पैसा का भुगतान नहीं होगा। यह सुनते ही सलामत राम पैसा नहीं होने पर इलाज नहीं होने की चिंता को लेकर अचानक अचेत होकर बैंक के मुख्य गेट पर ही गिर पड़े। इससे बैंक ग्राहकों में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलने पर कोतवाल बृजेश कुमार यादव ने मौके पर पहुंच कर अपने वाहन से अचेत वृद्ध को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने वृद्ध को जिला अस्पताल भेज दिया। जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही वृद्ध की मौत हो गई। इस संबंध मे कोतवाल बृजेश कुमार यादव ने बताया कि अपने खाते से पैसा लेने के लिए वृद्ध पुत्र और पुत्री के साथ कतार में खड़े थे। अभी बैंक का कैश काउंटर चालू नहीं हुआ था कि लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इससे वह अचेत होकर वहीं गिर पड़े। इधर एसबीआई के प्रमुख लेखाकार रविंद्र कुशवाहा ने बताया कि बैंक खुलने के पहले ही कतार में खड़े थे। पैसा लेने के पहले ही अचेत होकर गिर गए। वैसे ग्राहकों को सीमित मात्रा में सबको भुगतान दिया जा रहा है। इस घटना की जानकारी सैदपुर शाखा के चीफ मैनेजर को देने के बाद मुख्य प्रबंधक प्रमोद कुमार भी बैंक पहुंच गए। इधर मृतक के पुत्र विनोद कुमार ने बताया कि दो माह से इनकी तबीयत खराब थी। उन्हें इलाज के लिए ही पैसा निकालना था।