मिर्जापुर- युवती का जबरन धर्म परिवर्तन कराने और युवती द्वारा इसका विरोध करने पर लिव इन रिलेशनशिप में रह रही युवती की हत्या करने के आरोपी मिर्जापुर के एंबुलेंस चालक को कौशांबी पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कौशांबी पुलिस ने गुरुवार को चालक के मिर्जापुर में सरकारी आवास पर पहुंचकर फॉरेंसिक टीम के साथ जांच-पड़ताल कर साक्ष्य इकट्ठा किया।एंबुलेंस चालक ने अपनी महिला साथी की हत्या सरकारी आवास में ही की थी।
कौशांबी के महेवाघाट कोतवाली क्षेत्र के मिरदहन का पुरवा निवासी मोहम्मद आरिफ पिछले 2 वर्ष से मिर्जापुर में 108 एंबुलेंस के चालक के पद पर गुरसंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात है। मऊ जिले की चंदा सिंह आयु 35 वर्ष पत्नी स्व०दुर्गेश सिंह के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहता था। एंबुलेंस चालक शादीशुदा है यह चंदा को नहीं पता था न उसने बताया था। उसने चंदा सिंह को कौशांबी में एक किराए की मकान में रखा था,जबकि खुद मिर्जापुर के गुरसंडी पीएचसी के सरकारी आवास में रहता था। चंदा मिर्जापुर अक्सर आती जाती रहती थी, 1 सप्ताह पहले जब वह चंदा को मिर्जापुर लेकर आया तो अपने साथियों को बताया कि वह उसकी पत्नी है इसे ब्लड कैंसर हुआ है। संभवत 13 फरवरी 2023 की रात उसने चंदा की गला दबाकर हत्या कर दी। बीमारी की बात बता कर मंगलवार की शाम वह प्राइवेट एंबुलेंस से चंदा को लेकर कौशांबी के आषाढा़ पहुंचा। गले पर निशान देखकर लोगों ने जब हंगामा किया तो आरिफ़ शव छोड़कर भाग गया। पोस्टमार्टम में पता चला कि चंदा की हत्या गला दबाकर की गई है।
इसके बाद चंदा की मां ने मोहम्मद आरिफ पर धर्म परिवर्तन ना करने का पर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस आरोपी पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरिफ की तलाश करने लगी। इसी बीच कौशांबी पुलिस टीम मिर्जापुर आई।गुरुवार को कौशांबी पुलिस ने मोहम्मद आरिफ को एक मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। कौशांबी पुलिस टीम ने मिर्जापुर में गुरसंडी पीएचसी में स्थित उसके कमरे को खोलकर फॉरेंसिक टीम के साथ साक्ष्य इकट्ठा किया। इस दौरान वहां दुपट्टा आदि बरामद हुआ। माना जा रहा है कि आरोपी ने सरकारी आवास में ही चंदा की हत्या करने के बाद शव कौशांबी ले गया। एसपी सिटी से श्रीकांत प्रजापति का कहना है कि एंबुलेंस चालक हिंदू महिला के साथ शादी करके रहा था। आसपास के लोगों को चंदा को ब्लड कैंसर होना बताकर यही से एंबुलेंस से कौशांबी ले गया।कौशांबी में पोस्टमार्टम करने पर गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। वहां धर्म परिवर्तन न करने व हत्या से संबंधित धाराओं मे मुकदमा दर्ज किया गया है। कौशांबी पुलिस टीम के गिरफ्तारी के लिए आई थी। आरोपी को कौशांबी में पकड़ा गया है। फॉरेंसिक टीम के साथ कौशांबी पुलिस ने कमरे की जांच की है।
चंदा एक फौजी की पत्नी थी यह चंदा के पिता राम सिंगार सिंह ने बताया और आगे बताया कि उसकी पुत्री चंदा की शादी मऊ के दुर्गेश सिंह के साथ हुई थी। दुर्गेश फौज में थे, 8 वर्ष पहले दुर्गेश की मौत हो गई। चंदा की दो पुत्रियां सृष्टि और बरखा सिंह है। पति की मौत के बाद चंदा ने मऊ में ब्यूटी पार्लर खोल लिया था।मऊ के जोगापुर पीएससी में तैनात 108 एंबुलेंस के चालक मोहम्मद आरिफ से मुलाकात हुई। उसने खुद को हिंदू बताया था। 1 सप्ताह पहले आरिफ ने कौशांबी के मिरदहन का पुरवा में पंचायत बुलाई थी। वह मौलवी ने चंदा को धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा तो चंदा ने इन्कार कर दिया जिसके वजह से वहां पंचायत में चंदा से मारपीट भी की गई थी।साभार-अमर उजाला
