मिसाल-ग्रामिणों की एकता और मैनपुर प्रधान का त्याग- पावर हाउस प्रकरण

करण्डा (गाजीपुर )- विकास खण्ड करण्डा के ग्राम सभा मैनपुर मे 33/11 के०वी० का विद्युत उपकेंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव था। सब कुछ तय कार्यक्रम के हिसाब से चल रहा था। विभाग ने सर्वे कर उपकेन्द्र के निर्माण की लागत भी 4 करोड़ 32 लाख निर्धारित कर दिया। लेकिन अंतिम समय मे पावर हाउस निर्माण का ठेका लेने वाली कम्पनी एल एण्ड टी के इंजीनियर ने स्थलीय निरिक्षण करने के बाद , पावरहाउस के निर्माण हेतू पुर्व निर्धारित लागत 4 करोड़ 32 लाख के अतिरिक्त 85 लाख की लागत और बढा दिया। लागत बढाने का कारण बताया निर्धारित भूमि का लगभग 2.97 मीटर गढा होना। विद्युत वितरण खंण्ड – तृतीय ने पुर्व निर्धारित स्थान को छोड कर , कोई दुशरा स्थान उपलब्ध कराने हेतू जिलाधिकारी गाजीपुर व उपजिलाधिकारी गाजीपुर को 6 फरवरी 2018 को पत्र लिख दिया। इस पत्र की जानकारी जब मैनपुर के ग्रामिणों को हुई तो , ग्रामिणों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय सिंह से मिले और कहा कि हम ग्रामवासी आपस मे चन्दा लगा कर गढा पटवायेंगे लेकिन पावर हाउस का निर्माण मैनपुर ही होगा। ग्रामिणों की इस हौसला अफजाई से उत्साहित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय सिंह ने अपने व्यक्तिगत कोष से गढा पटवाने कार्य 10 फरवरी से प्रारंभ कर दिया। गाजीपुर टुडे ने जब इस संदर्भ मे अजय सिह से पुच्छा कि गढा पटवाने मे कुल कितना खर्च आयेगा तो अजय सिह ने बताया की लगभग 10 लाख रूपया । 10 फरवरी से गढा पाटने का कार्य जोर शोर से प्रारंभ है। इस कार्य मे हेमंत सिह, पतिराम यादव, टुन्नू सिह पुर्व बीडीसी, पुष्कर सिह, उमेश सिंह, उमेश दुबे, कृष्णा नन्द द्विवेदी, ओमप्रकाश सिह, मुन्ना सिंह आदि लोगों का सहयोग काफी सराहनीय है। अभी तक किसी विधायक, सांसद , एम.एल.सी. का कोई सहयोग इस कार्य मे ग्रमीणों को प्राप्त नहीं हुआ है।

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