वाराणसी- तेजबहादुर के नामांकन को लेकर हाईवोल्टेज ड्रामा अभी जारी है-गाजीपुर टुड़े

वाराणसी -बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव के वाराणसी लोकसभा से नामांकन को लेकर धीरे-धीरे मामला गर्माता जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग ने तेज बहादुर यादव को भेजें नोटिस में पूछा है कि आपने अपने दो नामांकन पत्रों एक निर्दल और दुशरे सपा उम्मीदवार के रुप में जो जानकारी दिया है वह एक -दुशरे से भिन्न है।एक नामांकन पत्र में तेज बहादुर यादव ने कहा है कि उसे भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया है लेकिन दूसरे नामांकन पत्र में उन्होंने इस बात का कोई जिक्र नहीं किया है ।आज मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय ने तेज बहादुर यादव को नोटिस जारी करते हुए 1 मई को सुबह 10:00 बजे तक इस अंतर्विरोध पर जवाब देने का निर्देश दिया है ।चुनाव आयोग का कहना है कि अगर तेज बहादुर यादव 1 मई की सुबह 10:00 बजे तक अपने कथन के समर्थन में यदि प्रमाण उपलब्ध नहीं करा पाएंगे तो उनका नामांकन निरस्त कर दिया जाएगा ।ज्ञातव्य है कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में रहते हुए तेजबहादुर ने जवानों को घटिया भोजन उपलब्ध कराने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल किया था।इस वायरल विडिओ के कारण तेज बहादुर यादव को बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था। नामांकन मे गलत जानकारी देने को लेकर तेज बहादुर यादव को दिए गए नोटिस पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय निवासी धूप चंडी वाराणसी ने विरोध जताते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के इशारे पर निर्वाचन आयोग तेज बहादुर यादव का पर्चा खारिज करने की साजिश रच रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पुर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तेजबहादुर यादव के मामले की जानकारी होते ही तेजबहादुर के सभी कागजात लखनऊ मंगाकर वरिष्ठ अधिवक्ताओं से विचार-विमर्श किया है।