वाराणसी: मां को देखते ही बेटियों के आंखों में आये आंसू

वाराणसी:श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छा दर्शन अनुभव करने के साथ ही मंदिर न्यास उनकी समस्याओं को भी गंभीरता से लेकर उसका निस्तारण करने में जुटा हुआ है। मंदिर न्यास के अधिकारी श्रद्धालुओं से बातचीत कर इंतजामों में और बढ़ोतरी के लिए अच्छे सुझाव भी ले रहे हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं की कोई समस्या सामने आने पर न्यास की टीम द्वारा उसका त्वरित निस्तारण भी किया जा रहा है। गुरुवार को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से बातचीत के दौरान महाराष्ट्र से आए भक्तों के एक दल ने अपने कुछ साथियों के भटकने की जानकारी दी। इस पर मंदिर के सीईओ श्री विश्व भूषण ने न्यास के कार्मिकों को इस परिवार के सुगम दर्शन की व्यवस्था कराने के साथ ही भटके साथियों को भी खोजने के लिए लगाया। थोड़ी देर के प्रयास के बाद न्यास के कार्मिकों ने परिवार के सभी लोगों को खोज कर आपस में मिलाया और उन्हें श्री विश्वेश्वर महादेव का सुगम दर्शन कराया। श्री काशी विश्वनाथ महादेव का दर्शन प्राप्त करने के बाद अपनी अनुभूति को साझा करते हुए इस परिवार ने मंदिर न्यास के त्वरित सहयोग पर आभार जताया। वहीं गुजरात के भावनगर से आया एक अन्य परिवार अपनी बूढ़ी मां से बिछड़ने के कारण काफी परेशान था। न्यास के अधिकारियों ने तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए इस परिवार के सभी सदस्यों को सीईओ आफिस में बैठाया और बूढ़ी मां को खोजने के लिए टीम को लगाया। अथक प्रयास कर बूढ़ी मां को ढूंढ कर मंदिर ऑफिस लाया गया। बूढ़ी मां को देखते ही उनकी बेटियों की आंखों में आंसू आ गए। मंदिर के सीईओ ने सभी को श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन कराने के बाद महादेव के प्रसाद के तौर पर अंगवस्त्रम देकर विदा किया। न्यास के त्वरित सहयोग को परिवारजनों ने श्री काशी विश्वनाथ की विशेष कृपा बताते हुए कहा कि महादेव ने बूढ़ी मां को खोजने के लिए न्यास के प्रतिनिधियों को भेज दिया। महादेव के आशीर्वाद से न्यास के अधिकारियों का सेवा भाव हृदय को स्पर्श कर गया।