शिक्षा,पर्यावरण और समाजसेवा को समर्पित मेरा बंडमरू

करण्डा (गाजीपुर)- मेरे प्रिय बंडमरु का जन्म 1 जुलाई 1974 को विकासखंड करंडा के ग्राम मानिकपुर कोटे मे हुआ। मेरे प्रिय बंडमरू की प्राथमिक शिक्षा प्राइमरी पाठशाला ब्राम्हणपुरा में संपन्न हुई । जूनियर हाई स्कूल की शिक्षा नवयुवक स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज मैनपुर में संपन्न सम्पन्न हुई। माध्यमिक की शिक्षा क्वींस कॉलेज वाराणसी में तथा स्नातक स्तर की शिक्षा काशी हिंदू विश्वविद्यालय में संपन्न हुई। स्नातकोत्तर की शिक्षा पुर्वांचल विश्वविद्यालय में संपन्न हुई । अध्यन पुर्ण होने के बाद मेरे प्रिय बंडमरू की शादी विनीता श्रीवास्तव नामक युवती से हुई । मेरे प्रिय बंडमरु के पिताजी का नाम श्री कमलाकर श्रीवास्तव है । प्रारंभ में मेरे प्रिय बंडमरु उमेश कुमार श्रीवास्तव पुत्र कमलाकर श्रीवास्तव ग्राम मानिकपुर कोटे का शुरूआती रुझान राजनीति की तरफ था ,लेकिन राजनीतिक मे छलकपट को देख कर इस आदर्शवादी नौजवान का मन फिर गया। मेरे प्रिय बंडमरु उमेश श्रीवास्तव ने 1 वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रुप में अपनी सेवा देने के बाद संघ से नाता तोड लिया। समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व का ज्ञान होने पर इन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा , पर्यावरण, शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया। उमेश श्रीवास्तव अन्ना हजारे के आंदोलन मे भी काफी सक्रिय रहे। सूख रही नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए भी काफी प्रयास किया है। इनकी पत्नी विनीता श्रीवास्तव भी इन्हीं के रंग में रंगी हुई हैं । विनीता श्रीवास्तव आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों को अपने घर पर ही निशुल्क शिक्षा देती हैं ।आज भी उमेश श्रीवास्तव यानि मेरा प्रिय बंडमरू कहीं ना कहीं आपको सामाजिक,शिक्षा और पर्यावरण के लिए कुछ-ना-कुछ करते हुए दिख जाएंगे ।

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