सत्ता के दम पर गरीब को किया बेघर

गाजीपुर- कासिमाबाद थाना क्षेत्र के केरौना ग्राम निवासी सुखिया देवी का आरोप है कि वर्षो से जिस जमीन पर वह झोपडी बना कर रह रही थी उसे पुलिस ने बलपूर्वक खाली कराया और इस अबैध कृत्य का बिरोध करने पर पुलिस ने महिलाओं, पुरुषों के साथ गाली-गलौज के साथ मारपीट भी किया। घटना को लेकर आक्रोशित भारी संख्या में महिलाएं और पुरुष बुधवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस प्रशासन के रवैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस कप्तान समेत जिला प्रशासन को प्रार्थना पत्र सौंपा। पुलिस कप्तान को दिए गए प्रार्थना पत्र के अनुसार पीड़िता सुखिया देवी कासिमाबाद थाना क्षेत्र के केरौना गांव की रहने वाली है और इनका परिवार बेहद गरीब तबके का है, जो कि 20-25 वर्षों से मड़ई झोपड़ी मे रहता है। आरोप है कि मंगलवार को विपक्षी गणों के साथ थाना कासिमाबाद के एस०आई० संदीप दुबे, हल्का लेखपाल और एक नेता गोलबंद होकर पीड़िता के निवास स्थान पर चढ़ आये और पुलिस सब इंस्पेक्टर संदीप दुबे अपने सिपाहियों के साथ हाथ में लाठी लेकर महिलाओं को मारने के लिए दौड़ा लिए। प्रार्थना पत्र के अनुसार आरोप है कि इस दौरान विपक्षीगण समेत पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ गाली गलौज भी की गई। लाठी भांजने से पीड़िता सुखिया देवी की लड़की लखिया के दाहिने हाथ की उंगली में काफी चोटें आई है और सुखिया ने बताया कि उसके सिर व पीठ, हाथ पर भी काफी छोटे आई है। पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने तांडव मचाते हुए विपक्षियों को लाभ देने के मकसद से उसका आशियाना ध्वस्त कर दिया, जिसके चलते पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे आ चुका है। ज्ञात हो कि इस वाकये के दौरान का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें पुलिस द्वारा महिला पर लाठी भाजते हुए भद्दी-भद्दी गालियां दी जा रही है। वही ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों के साथ जिला मुख्यालय आए ग्राम प्रधान जालंधर सिंह ने बताया कि सुभासपा के जिला अध्यक्ष और मंत्री प्रतिनिधि रामजी राजभर के इशारे पर पुलिस ने यह तांडव मचाया है। हद तो तब हो गई जब पुलिस द्वारा की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के दौरान सीओ और एसडीएम भी मौजूद थे।

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