सोनभद्र- रेणुकूट-बीजपुर मार्ग पर हुए हादसे के बारे में गलतफहमी बस विवाहिता और मासूम बच्चे की मौत का कारण बन गई। हादसे में अपने पति की मौत समझकर विवाहिता ने मासूम बेटे के साथ खुद को कमरे में बंद कर लिया।इसके बाद बिस्तर में आग लगाई और फिर मासूम बच्चे के साथ फांसी के फंदे पर लटक गई, इसे दोनों की मौत हो गई।यह घटना बीजपुर थाना क्षेत्र के अंजानीपुर गांव में हुई। सड़क हादसे में घायल महिला के पति की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। महिला का पति भी ट्रक चालक है और वह सुरक्षित है। अंजानीपुर गांव निवासी सुनील सिंह पेशे ट्रक चालक है। शनिवार की दोपहर में राख लादेने बीजपुर जाते समय तक ट्रक सड़क किनारे पेड़ से टकरा गया। खलासी ने कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई और चालक सुनील आयु 30 वर्ष ट्रक में ही फस गया। पुलिस ने गैस कटर की मदद से गेट काटकर चालक को बाहर निकालकर एनटीपीसी रिहंद की धन्वंतरी चिकित्सालय पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। दुर्घटना की सूचना घर पहुंची तो परिजन अस्पताल के लिए रवाना हो गए। पुलिस के मुताबिक घर पर सुनील के छोटे भाई अजीत की पत्नी संगीता आयु 22 वर्ष और पुत्र यश आयु 2 वर्ष ही रह गए थे। संगीता का पति भी ट्रक चालक है वह ट्रक लेकर कहीं निकला था। संगीता समझ बैठी की हादसे में उसके पति की जान चली गई है और परिजन उसे सूचना दिए बगैर चले गए हैं। ऐसे मे वह बच्चे को लेकर कमरे में गई और अंदर से दरवाजे मे कुंडी लगाकर बिस्तर में आग लगा दी और खुद बच्चे के साथ फांसी के फंदे पर लटक गई।परिजन जब घर पहुंचे तो कमरे से धुआं निकलता देख सकते में आ गए। दरवाजा तोडने के बाद जब अन्दर देखा तो मां बेटे के शव फंदे पर लटकते मिले।एएसपी विजय शंकर मिश्र ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। बीजपुर एसओ पंकज सिंह ने बताया की प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, परिजनों से मिली तहरीर पर आगे कार्यवाही की जाएगी।
